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सफर के दौरान यात्री ले सकेंगे मिलेट से बने उत्पादों का लुत्फ, लगाए गए स्टाल
राजनांदगांव, 12 मई 2023/ रेल में सफर करने वाले यात्री अब रागी-कोदो-कुटकी से बने उत्पादों का लुत्फ ले सकेंगे। राजनांदगांव और डोंगरगढ़ रेलवे स्टेशन में इसके लिए स्टाल लगाए जाएंगे। रेलवे के लिए अधिकारियों ने प्रक्रिया शुरू कर दी है। एक स्टेशन एक उत्पाद योजना के अंतर्गत स्थानीय लोगों को स्टाल उपलब्ध कराया जाएगा, जहां वे मिलेट से बने उत्पादों को बेच सकेंगे। इस दौरान यात्रियों को रागी-कोदो-कुटकी के सेवन से होने वाले फायदों को भी बताया जाएगा। मिलेट में ज्वार, बाजरा, रागी, कुटकी, कोदो और जौ जैसे पोषक उत्पाद आते हैं।
मिलेट हमारी बदलते जीवनशैली में कई रोगों से निजात पाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। रेलवे स्टेशनों पर राष्ट्रीय डिजाइन संस्थान द्वारा डिजाइन किए गए स्टाल स्थापित किए गए हैं। नागपुर मंडल के राजनांदगांव, डोंगरगढ़, गोंदिया, इतवारी, भंडारारोड, कामठी, तुमसररोड, बालाघाट, नैनपुर, घंसौर में एनआइडी डिजाइन के अनुरुप स्टाल लग चुके हैं। चांदाफोर्ट, वडसा, आमगांव, तिरोड़ा, ब्रह्मपुरी, ग्वारिघाट, सौसर, वारासिवनी व नागभीड़ में स्टाल स्थापित करने की कार्रवाई जारी है।
प्रचुर मात्रा में पोषक तत्व
कोदो एवं रागी एक उत्कृष्ट गुणकारी पोषक तत्वों से भरपूर होता है। जिसमें रोगप्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने वाले गुण पाये जाते हैं, कोदो, मिलेट या ग्रास के नाम से जाना जाता है। कोदो औषधीय महत्व की फसल है। इसे शुगर फ्री चावल के नाम से ही पहचान मिली है। यह मधुमेह के रोगियों के लिए उपयुक्त आहार है। मिलेट स्वास्थ्य और समृद्धि के लिए वरदान है, जिससे आधुनिक जीवन शैली की बीमारियां मधुमेह, रक्तचाप, थायराइड, मोटापा, गठिया, एनीमिया और 14 प्रकार के कैंसर ठीक किए जा सकते हैं। कोदो कोलेस्ट्रोल घटाने में भी मददगार साबित होता है।
कारीगरों के हुनरों को मिलेगी नई पहचान
राजनांदगांव रेलवे स्टेशन में शिल्प कलाकृतियां, कपड़ा और हथकरघा, पारंपरिक वस्त्र के स्टाल लगाए जाएंगे। वन स्टेशन वन प्रोडक्ट के तहत स्टेशन पर स्टाल खाेले जाएंगे, ताकि स्थानीय कला और शिल्प से बने सामानों को प्रोमोट किया जाएगा। ये सामान वाजिब कीमतों पर बेचे जाएंगे। इससे स्थानीय व्यापार के साथ-साथ कला को भी बढ़ावा मिलेगा। स्थानीय कारीगरों के द्वारा स्वयं अपने उत्पादों की बिक्री की जा सकेगी। साथ ही रेल यात्री व आगंतुक इन खास उत्पादों के बारे में आसानी से जान और खरीद सकेंगे। इससे स्थानीय उत्पादों के प्रचार-प्रसार में भी मदद मिलेगी।
50 से पांच हजार तक के उत्पाद मिलेंगे
वन स्टेशन वन प्रोडक्ट योजना से स्थानीय कारीगरों द्वारा स्वयं अपने उत्पादों की ब्रिकी की जाएगी। छोटे और माध्यम वर्ग के उद्यमों को इस योजना से बढ़ावा मिलेगा और रोजगार सृजन के साथ-साथ उत्पादक किसानों, कामगारों, हस्तशिल्पों आदि की आय में वृद्धि होगी। साथ ही मेक इन इंडिया नवाचार को बढ़ावा मिलेगा। स्टाल में 50 रुपये से लेकर पांच हजार तक उत्पाद मिलेंगे। जिसे यात्री आसानी से खरीद सकेंगे। स्थानीय वाणिज्य विभाग के अधिकारी प्लेटफार्म परिसर में उद्यमियों की ओर से स्टाल लगाने के लिए जगह व्यवस्था कराने में जुटे हुए हैं।