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छत्तीसगढ़ में रामलला का जन्मोत्सव, गूंजे मंगल गीत: मंदिरों में विशेष पूजा-अर्चना के साथ भंडारे का आयोजन

2 years ago
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मंदिरों में विशेष पूजा-अर्चना के साथ भंडारे का आयोजन;श्रीराम, लक्ष्मण और  माता सीता का विशेष श्रृंगार | Ram Janmotsav being celebrated with pomp in  Chhattisgarh, Bhandara ...

रायपुर के प्राचीन दूधाधारी मठ में भी रामनवमी के अवसर पर विशेष पूजा-अर्चना की गई। इस मठ में श्रीराम, सीता, लक्ष्मण के साथ ही भरत एवं शत्रुघ्न भी एक ही गर्भगृह में प्रतिष्ठापित हैं। यहां दोपहर 12 बजे रामलला का जन्म हुआ। रामनवमी के मौके पर श्रीराम, लक्ष्मण और मां सीता का विशेष श्रृंगार किया गया है। दूधाधारी मठ 1554 में निर्मित हुआ था।

इसके अलावा रामनवमी पर भगवान राम के ननिहाल और मां कौशल्या मंदिर चंदखुरी में भी सुबह से ही श्रद्धालुओं की भीड़ जुटी हुई है। यहां भक्तों ने पूजा-अर्चना कर अपनी मनोकामना पूरी करने के लिए प्रार्थना की। यहां राम जन्मोत्सव के मौके पर भव्य तैयारियां की गई हैं। इस मंदिर में भगवान भांजे के रूप में पूजे जाते हैं। यहां इकलौती ऐसी प्रतिमा है, जिसमें भगवान राम अपनी मां कौशल्या की गोद में बैठे बाल रूप में दिखाए गए हैं।

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