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IAS समीर,सुनील और लक्ष्मीकांत ने मांगी जमानत, कोर्ट में सूर्यकांत के मामले में बहस जारी
रायपुर, 10 नवंबर 2022/ छत्तीसगढ़ के ED जांच मामले में IAS समीर विश्नोई, सुनील अग्रवाल और लक्ष्मीकांत को जेल से कोर्ट लाया गया है। जहां तीनों लोगों ने जमानत मांगी है। सूर्यकांत के वकील ने कर्नाटक हाईकोर्ट में चल रहे मामले का हवाला देकर राहत मांगी है। अभी सूर्यकांत के मामले में बहस जारी है।
ED ने 11 अक्टूबर को प्रदेश के कई शहरों में अफसरों-कारोबारियों के ठिकानों पर छापा मारा था। इस दौरान कोयला ढुलाई के कारोबार में अवैध लेन-देन की बात सामने आई। ED ने दो दिन की पूछताछ के बाद 13 अक्टूबर को चिप्स के तत्कालीन मुख्य कार्यपालन अधिकारी IAS समीर विश्नोई, कोल वॉशरी के संचालक सुनील अग्रवाल और कारोबारी लक्ष्मीकांत तिवारी को गिरफ्तार कर लिया। उनको न्यायालय में पेश कर पहले 8 दिन और फिर छह दिन की रिमांड ली।
पूछताछ के बाद 27 अक्टूबर को तीनाें को न्यायिक हिरासत में 14 दिन के लिए जेल भेज दिया गया। इस मामले में कारोबारी सूर्यकांत तिवारी को मुख्य व्यक्ति बताया गया था, लेकिन ED ने उसे खोजने की कोई कोशिश नहीं की। उसको कभी समन भी नहीं भेजा गया। इस बीच 29 अक्टूबर को 3.30 बजे के करीब सूर्यकांत ने अचानक ED की विशेष अदालत में आत्मसमर्पण कर दिया। वहीं से ED ने सूर्यकांत को गिरफ्तार कर पूछताछ के लिए 12 दिन की रिमांड पर लिया।
फिर रिमांड मांग सकती है ED
बताया जा है कि ED एक बार फिर अदालत से सूर्यकांत तिवारी की रिमांड मांग सकती है। जेल भेजे गये आरोपियों के वकीलों ने उनको राहत दिलाने की कोशिश शुरू की है। बताया जा रहा है कि उनकी ओर से कुछ आवेदन अदालत में आयेगा। हालांकि जमानत को लेकर अभी तस्वीर स्पष्ट नहीं हो रही है।
छापे में मिला 200 करोड़ का अवैध हिसाब
कोयला कारोबार से जुड़े सूर्यकांत तिवारी के रायपुर व महासमुंद स्थित मकान में आयकर विभाग ने भी जांच पड़ताल की थी। कोरबा के भी कुछ कारोबारियों के ठिकानों पर रेड की कार्रवाई हुई। प्रदेश में हुई इस जांच के बाद आयकर विभाग की तरफ से कहा गया कि जांच में 200 करोड़ रुपये से अधिक कलेक्शन के सबूत मिले थे।