इन दालों में है सेहत का खजाना, जाने पेट के लिए सबसे अच्छी दाल कौन सी है ?
20 सितंबर 2022/ भारत के लगभग हर घर में दिन में एक बार दाल जरूर बनती है। दाल और चावल सबसे आसान भोजन है। दालों में प्रोटीन, विटामिन और जरूरी मिनरल्स पाए जाते हैं, जो शरीर को न्यूट्रिशन देने का काम करते हैं। लेकिन ज्यादा मात्रा में दालों का सेवन सेहत के लिए नुकसानदायक हो सकता है। कुछ ऐसी दालें भी हैं, जिन्हें अधिक मात्रा में खाने से पेट से जुड़ी समस्याएं हो सकती हैं। कुछ दालों को बादी माना जाता है, इनका अधिक सेवन पेट के लिए अच्छा नहीं है। दालों के फायदे और नुकसान के बारे में बता रही हैं डायटीशियन डॉ. अनु अग्रवाल।
पेट के लिए सबसे अच्छी दाल कौन सी है?
दालों में अलग-अलग पोषक तत्व पाए जाते हैं। पर्याप्त मात्रा में फाइबर होने की वजह से यह पेट के लिए फायदेमंद है। कब्ज और एसिडिटी की तकलीफ में भी दाल बहुत फायदा करती है। दालों का सेवन बॉडी में कोलेस्ट्रॉल लेवल को कम करने और ब्लड प्रेशर को नॉर्मल रखता है। यूं तो दाल कई तरह की होती हैं, लेकिन उनमें से कुछ ही दालें लोग पसंद करते हैं। इसके पीछे कई कारण हो सकते हैं। आइए, जानते हैं कौन सी दाल है ज्यादा फायदेमंद- दालों में प्रोटीन, विटामिन और जरूरी मिनरल्स पाए जाते हैं जो शरीर न्यूट्रिशन देने का काम करते हैं ।
अरहर की दाल
अरहर की दाल को ‘दालों की रानी’ कह सकते हैं। यह न सिर्फ शरीर को सेहतमंद और तंदुरुस्त बनाए रखने में मदद करती है, बल्कि विटामिन और मिनरल की कमी भी पूरी करती है। अरहर की दाल में प्रोटीन, पोटेशियम, सोडियम , विटामिन ए, बी 12 , कार्बोहाइड्रेट जैसे न्यूट्रिशन होते हैं।
अरहर की कच्ची दाल को पानी में पीसकर पीने से भांग का नशा उतारने में मदद मिलती है।
जख्म सूख नहीं रहा हो तो अरहर की दाल के पत्तों को पीसकर घाव पर लगा लें।
मूंग की दाल
मूंग की पीली दाल को धुलि हुई मूंग दाल के नाम से भी जाना जाता है। मूंग दाल खाने में काफी हल्की होती है और इसे पचाना आसान होता है। मरीजों को मूंग दाल की खिचड़ी खाने की सलाह दी जाती है। ये न सिर्फ डाईजेशन को दुरुस्त बनाती है बल्कि पेट को भी हल्का रखती है।
मूंग की दाल शरीर में फाइबर, आयरन और प्रोटीन की मात्रा को बढ़ाने में मदद करती है इसलिए प्रेग्नेंट महिलाओं को यह दाल खाने की सलाह दी जाती है।
मूंग की दाल का सेवन शरीर में जमा एक्स्ट्रा कोलेस्ट्रॉल को कम करने में भी मदद करता है।
चने की दाल
चने की दाल में फाइबर और प्रोटीन की प्रचुर मात्रा पाया जाता है। यह शरीर को तंदुरुस्त बनाए रखने के साथ-साथ एनर्जी भी देती है। बढ़ते बच्चों और युवाओं को चने की दाल का सेवन विशेष रूप से करना चाहिए, क्योंकि ये शरीर में प्रोटीन की कमी को दूर करती है।
चने की दाल डायबिटीज और दिल के मरीजों के लिए फायदेमंद है। इसमें कोलेस्ट्रॉल की मात्रा कम होती है।
चने की दाल का सेवन एनीमिया, पीलिया, कब्ज जैसी परेशानी से जूझ रहे लोगों के लिए फायदेमंद है।
मसूर दाल
लाल रंग की मसूर दाल फाइबर और प्रोटीन के खजाने से कम नहीं है। मसूर दाल का सेवन पेट और पाचन संबंधी सभी रोगों को दूर करने में मदद करता है।
मसूर की दाल का सूप बनाकर पीने से गले और आंत के रोगों को दूर करने में मदद करती है।
खून की कमी में मसूर की दाल पीना फायदेमंद है, क्योंकि ये शरीर में ब्लड की कमी को पूरा करने का काम करती है।
उड़द दाल
अरहर की दाल के बाद सबसे ज्यादा पसंद की जाने वाली दाल उड़द है। इस दाल को लोगों की दूसरी सबसे ज्यादा पसंदीदा दाल के रूप में भी जाना जाता है। उड़द दाल न सिर्फ स्वादिष्ट है, बल्कि कई पौष्टिक गुणों से भी भरपूर है।
उड़द दाल खाने से यूरिन में जलन और अन्य समस्याएं दूर हो जाती हैं।
शरीर में आयरन की मात्रा बढ़ाने के लिए भी इस दाल का सेवन किया जाता है।
चेहरे पर निखार लाने के लिए भी उड़द की दाल का सेवन किया जा सकता है।
रोज दाल खाना फायदेमंद है या नुकसानदायक
डाइटीशियन अनु अग्रवाल की मानें, तो दाल प्रोटीन का अच्छा स्रोत है, लेकिन इसका जरूरत से ज्यादा सेवन सेहत बिगाड़ सकता है। जानें रोजाना दाल खाने के फायदे और नुकसान-
रोजाना दाल खाने के फायदे
पेट भरती है- दाल का सेवन करने से पेट लंबे समय तक भरा रहता है और शरीर में एनर्जी रहती है। दाल प्रोटीन और आयरन की कमी को पूरा करती है।
डाइजेस्ट हो जाती है- दाल को डाइजेस्ट करना आसान है। इसमें डाइट्री फाइबर पाए जाते हैं। पेट से जुड़ी समस्या जैसे डायरिया या अपच होने पर सिर्फ दाल का सेवन करें। कब्ज की समस्या से बचने के लिए दाल का सेवन करना चाहिए।
दिल के लिए फायदेमंद है- दिल की सेहत का ख्याल रखने के लिए दाल का सेवन करें। इसमें मौजूद फोलेट और मैग्नीशियम हार्ट हेल्थ के लिए फायदेमंद माना जाता है। दाल बैड कोलेस्ट्रॉल को कम करती है जिससे हार्ट से जुड़ी बीमारियों का खतरा कम होता है।
रोजाना दाल खाने के नुकसान
अगर आप दाल का सेवन रोजाना करेंगे, तो इसके कुछ नुकसान भी हो सकते हैं।
दाल का रोजाना सेवन करने से पेट फूलने की समस्या हो सकती है। रोजाना दाल का सेवन करेंगे, तो पेट में गैस हो सकती हे। ऑक्सलेट की ज्यादा मात्रा किडनी के लिए हानिकारक है। इससे किडनी स्टोन का खतरा बढ़ सकता है।
दाल में प्यूरीन की मात्रा ज्यादा होती है। गाउट के मरीजों को रोजाना दाल का सेवन करने से बचना चाहिए।
जिन लोगों को थायराइड है, उन्हें भी डॉक्टर रोजाना दाल का सेवन करने की सलाह नहीं देते।
रात में दाल का सेवन करने से अपच की समस्या हो सकती है। रात में आप मूंग दाल का सेवन कर सकते हैं। ये आसानी से पच जाती है।
दाल का सेवन रोजाना करना चाहिए या नहीं?
डायटीशियन अनु अग्रवाल कहती हैं कि रोजाना दाल का सेवन कर सकते हैं, लेकिन दिनभर के लिए प्रोटीन की सही मात्रा जानना भी जरूरी है। एक ग्राम प्रोटीन प्रति किलो के हिसाब से दाल का सेवन करना चाहिए।दाल का सेवन रोजाना कर सकते हैं, पर सीमित मात्रा का ख्याल रखना जरूरी है।
वजन के मुताबिक दाल का सेवन
वजन 50 किलो है, तो 45 से 50 ग्राम प्रोटीन का सेवन कर सकते हैं, जिसमें दाल भी शामिल है। एक कटोरी दाल की बात करें, तो उसमें करीब 10 ग्राम प्रोटीन पाया जाता है। यदि प्रोटीन युक्त अन्य चीजों का भी सेवन कर रहे हैं, तो रोजाना दाल का सेवन न करें। वहीं आपकी डाइट में अगर प्रोटीन का केवल एक ही स्रोत यानी दाल शामिल है, तो सीमित मात्रा में इसका सेवन रोजाना कर सकते हैं।