छत्तीसगढ़ में खंड वर्षा : कहीं लबालब तो कहीं सूखे बांधों के कंठ

रायपुर, 05 अगस्त 2022/ राज्य में मानसूनी बारिश की अनियमितता से कहीं बांधों में लबालब जलभराव हो गया है तो कहीं बहुत कम जलभराव हुआ है। सरकार ने 28 तहसीलों में अल्पवर्षा के कारण फसलों को हुई क्षति का आकलन करने को कह दिया है।

प्रदेश के 12 बड़े जलाशयों में तीन अरपा भैंसाझार बिलासपुर, केलो रायगढ़ और कोडार महासमुंद में 40 प्रतिशत से कम जलभराव हुआ है। इसी तरह मिनीमाता बांगो जलाशय कोरबा और दुध्ाावा कांकेर में 60 फीसद से कम पानी भरा है।

प्रदेश के सभी जलाशयों को देखें तो अब तक औसतन 66 प्रतिशत जलभराव हुआ है। बांधों का जलस्तर कम होने का असर खरीफ की खेती पर पड़ेगा। पेयजल की भी समस्या उत्पन्न् होगी। सरकार ने इस स्थिति से निपटने के लिए तैयारी शुरू कर दी है। हालांकि पिछले दो दिनों में हुई वर्षा से ज्यादातर बांधों में जलभराव में सुधार आया है।

प्रदेश में सबसे अधिक जलभराव रविशंकर सागर जलाशय गंगरेल बांध में 95.56 प्रतिशत हुआ है। अधिक वर्षा होने के कारण प्रशासन ने यहां पिछले दिनों 14 गेट खोले थे।

सरगुजा में सबसे कम वर्षा

प्रदेश के सरगुजा की स्थिति सबसे ज्यादा चिंताजनक है। यहां प्रदेश के अन्य जिलों की तुलना में सबसे कम 258.1 मिलीमीटर औसत वर्षा हुई है जबकि बीजापुर में सर्वाधिक 1464.4 मिमी वर्षा हुई है। अन्य जिलों में देखें तो सूरजपुर में 341.1 मिमी, बलरामपुर में 273.5 मिमी, जशपुर में 330.1 मिमी, कोरिया में 355.1 मिमी, रायपुर में 389.9 मिमी, बलौदाबाजार में 552.5 मिमी, गरियाबंद में 646.8 मिमी, महासमुंद में 564.8 मिमी, धमतरी में 677.0 मिमी, बिलासपुर में 624.2 मिमी, मुंगेली में 628.9 मिमी, रायगढ़ में 536.0 मिमी, जांजगीर-चांपा में 680.9 मिमी, कोरबा में 449.8 मिमी, गौरेला-पेंड्रा-मरवाही में 559.5 मिमी, दुर्ग में 530.7 मिमी, कबीरधाम में 562.6 मिमी, राजनांदगांव में 605.2 मिमी, बालोद में 688.5 मिमी, बेमेतरा में 389.6 मिमी, बस्तर में 789.9 मिमी, कोंडागांव में 665.1 मिमी, कांकेर में 792.1 मिमी, नारायणपुर में 633.1 मिमी, दंतेवाड़ा में 806.6 मिमी और सुकमा में 552.7 मिमी औसत वर्षा हुई है।