• breaking
  • Health
  • 30 की उम्र के बाद जरूरी है रक्तचाप की जांच, इस बातों का ध्‍यान रख ब्‍लड प्रेशर को करें कंट्रोल

30 की उम्र के बाद जरूरी है रक्तचाप की जांच, इस बातों का ध्‍यान रख ब्‍लड प्रेशर को करें कंट्रोल

3 years ago
160

World Hypertension Day 2022: 30 की उम्र के बाद जरूरी है रक्तचाप की जांच, इस बातों का ध्‍यान रख ब्‍लड प्रेशर को करें कंट्रोल

 

 

रायपुर, 17 मई 2022 / अनियमित होती दिनचर्या और अनुचित खान-पान की वजह से स्वास्थ्य को नुकसान होता है। अनुचित खान-पान और भाग दौड़ की दिनचर्या की वजह से रक्त चाप पर भी इसका असर पड़ता है। जिसके कारण व्यक्ति उच्च रक्तचाप या फिर निम्न रक्त चाप का मरीज हो जाता है। दोनों ही तरह के रक्तचाप होने पर विशेष ध्यान देने की जरूरत होती है। इसलिए इसके प्रति जागरूकता फैलाने के लिए विश्व उच्च रक्तचाप दिवस के अवसर पर स्वास्थ्य केन्द्रों में रक्तचाप और मधुमेह की स्क्रीनिंग भी की जाएगी।

अगर आपकी उम्र 30 वर्ष हो चुकी है तो जरूरी है के आप नियमित रूप से रक्तचाप की जांच करवाए। उच्च रक्तचाप कई कारणों से होता है, जिनमें से कुछ कारण शारीरिक और कुछ मानसिक होते हैं। उच्च रक्तचाप से तेज सिरदर्द, थकान, भ्रम, देखने में समस्या, सीने में दर्द, सांस लेने में तकलीफ, अनियमित रूप से बढ़ने वाली दिल की धड़कन, यूरिन में ब्लड आना ऐसे लक्षण हो सकते हैं। यह एक ऐसी बीमारी है, जिसकी वजह से मौत भी हो सकती है। इससे बचने के लिए न केवल खान-पान जैसे जंक फूड भी एक कारण है, बल्कि अनियमित जीवन शैली पर भी ध्यान देने की जरूरत है मानसिक तनाव को जीवन में कम करें साथ ही शरीर को सक्रिय बनाए रखने के लिए डॉक्टर की सलाह से व्यायाम भी करने की आदत बनाए।

विश्व उच्च रक्तचाप दिवस के अवसर पर जिला चिकित्सालय एवं विकासखंड स्तर पर हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर, सभी सामुदायिक व प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में जागरूकता हेतु विशेष स्क्रीनिंग कैंप लगाए जाएंगे, जिसमें उच्च रक्तचाप से संबंधित बीमारियों के रोकथाम के लिए एनपीसीडीसीएस (नेशनल प्रोग्राम फॉर प्रिवेंशन एंड कंट्रोल ऑफ कैंसर डायबिटीज कार्डियोवैस्कुलर डिजीज एंड स्ट्रोक) कार्यक्रम के अंतर्गत लोगों को जागरूक करने और “स्वस्थ जीवनशैली” अपनाने के बारे में भी बताया जाएगा ।

उच्च रक्तचाप के कारण

नमक की अधिक मात्रा में सेवन, अनियमित दिनचर्या, अनियमित खानपान, तनाव,धूम्रपान या नशीले चीजों का सेवन करना, अत्यधिक वजन का बढ़ना, नमक की अधिक मात्रा में सेवन, अनियमित दिनचर्या, अनियमित खानपान, तनाव, धूम्रपान या नशीले चीजों का सेवन करना, अत्यधिक वजन का बढ़ना।

रोकथाम व उपचार

हरी साग सब्जियों का सेवन ज्यादा करना, नमक का कम उपयोग करना, नशीले और धूम्रपान जैसी चीजों का सेवन ना करना, नियमित समय पर डॉक्टर से जांच और परामर्श कराना, व्यायाम को डॉक्टर की सलाह से नियमित रूप से करना ।

 

 

Social Share

Advertisement