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लू से बचने सरकारी कर्मचारियों को मिलेगी किट : दुर्ग प्रशासन ने जारी की एडवाइजरी; किट में ORS, ग्लूकोज के साथ होंगी दवाएं
दुर्ग, 21 अप्रैल 2022/ इस साल गर्मी ने पिछले सारे रिकार्ड तोड़ दिए हैं। इस भीषण गर्मी में शासकीय कर्मचारियों को लू से राहत देने के लिए जिला प्रशासन ने एक विशेष किट देने का फैसला लिया है। इस किट में ओआरएस और ग्लूकोज सहित लू से बचाव की अन्य दवाएं होंगी। इसके साथ ही आम लोगों को लू से बचाने के लिए एडवाइजरी जारी की गई है।
मई-जून में संभावित लू के प्रकोप को गंभीरता से लेते हुए शासन के निर्देश पर जिला प्रशासन ने आवश्यक कदम उठाने के निर्देश दिए हैं। कलेक्टर डॉ. सर्वेश्वर नरेंद्र भुरे ने लू के प्रभाव को कम करने के लिए सभी उपाय करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि सरकारी काम के दौरान सरकारी अमले को ओआरएस व ग्लूकोस सहित लू से बचाव की अन्य आवश्यक सामग्री वाली किट प्रदान की जाए।
नगरीय प्रशासन एवं विकास विभाग, पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग, परिवहन विभाग, पशु-पालन विभाग को सार्वजनिक स्थलों जैसे बाजारों, प्रमुख कार्यालय आदि में लू से बचाव के लिए पर्याप्त छायादार शेड की व्यवस्था करने के निर्देशित दिए गए हैं। इसके लिए स्थानीय स्वयं सेवी संगठनों से से भी मदद ली जाएगी। इनके द्वारा ऐसे वॉलेंटियर्स तैयार किए जाएंगे जो आपात स्थिति में प्राथमिक उपचार करने में सक्षम हों। सभी सार्वजनिक स्थलों में पेय जल की व्यवस्था करने के निर्देश दिए गए हैं।
सभी बार्डर प्वाइंट्स पर बनेंगे शेड
धूप व लू से बचाव के लिए जिले के सभी बार्डर प्वाइंट्स में छाया के लिए शेड निर्माण किए जाने हैं। इन स्थलों पर शीतल जल की पर्याप्त व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए हैं। प्राथमिक उपचार के लिए फर्स्ट ऐड बॉक्स रखने के साथ ही अन्य व्यवस्था करने का भी निर्देश कलेक्टर द्वारा दिया गया है।
क्या है बॉर्डर प्वाइंट
किसी भी जिले को जोड़ने वाले सीमावर्ती क्षेत्रों को बॉर्डर प्वाइंट कहा जाता है। दुर्ग जिले की सीमा को जोड़ने वाले बालोद, बेमेतरा, कवर्धा, राजनांदगांव और रायपुर आदि जिलों के ऐसे क्षेत्रों में शेड निर्माण किए जाएंगे। इसमें मुख्यरूप से ऐसे चौक चौराहों को चुना जाएगा, जहां लोग अधिक रहते हैं या जिला मुख्यालय जाने के लिए साधन का इंतजार करते हैं।