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अच्छी आदतों को दिनचर्या का हिस्सा बनाना चाहती हैं, तो इन सुझावों को आज़माकर देखिए

3 years ago
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To stay healthy, include these good habits in your daily routine | Good habits : सेहतमंद रहने के लिए इन अच्छी आदतों को करें अपनी दिनचर्या में शामिल | Patrika News

08 मार्च 2022   व्यायाम, उचित मात्रा में पानी पीना, नई भाषा या वाद्य सीखना- आप चाहती हैं कि ये दिनचर्या का हिस्सा बन जाएं, लेकिन ऐसा ख़यालों में ही हो पाता है…

कारण वक़्त की कमी, थकान, दिनचर्या में ऐसी किसी आदत का स्थान मुश्किल होगा, घर के आसपास का माहौल ऐसा नहीं है, आदि आदि। लेकिन अगर ठान लें और यहां दिए सुझावों का पालन कर सकें, तो साल-भर में आप चार नई आदतों के ज़रिए जीवन को नया रूप दे पाएंगी।

एक बार में चुनें केवल एक आदत – यह न सोचें कि नई आदत कौन-सा तूफ़ानी बदलाव ले आएगी। यही सोच हर नए बदलाव, अच्छी सोच और क्रिया के सामने आकर खड़ी हो जाती है। इसे भगाएं और आदत चुनें।

ख़ुद से करें तीन महीने का वादा – कहते तो हैं कि 21 दिन तक लगातार कोई काम करें, तो आदत पड़ जाती है, लेकिन हम कहेंगे कि यह आदत और इंसान पर निर्भर करता है। तीन महीने काफ़ी होंगे किसी आदत को ज़िंदगी का हिस्सा बनाने के लिए। इसमें दिखावा शामिल नहीं हो।

पहचान का हिस्सा बनाएं – नई भाषा, वाद्य, फिटनेस आदि से जुड़ी आदत के चलते कैसे बदलाव महसूस कर रही हैं, हो सके तो सोशल मीडिया पर इसकी सूचनाएं साझा करें, लेकिन लाइक्स की चाह में नहीं।

सिलसिला ना टूटे – कैलेंडर पर मार्क करके ख़ुद को याद दिलाती रहें कि सिलसिला क़ायम है।

अपनी ज़िम्मेदारी बनाए रखें – आदत बनाने के लिए आप ख़ुद के प्रति जवाबदेह हैं। यह आपके जीवन को बदलने वाली है, इसलिए इरादों पर डटी रहें।

मुश्किलों-अ‌वरोधों के लिए प्लान बी – मुश्किलें तो आ ही सकती हैं। लेकिन प्लान बी तैयार रखें। शाम की क्लास छूट गई, तो घर पर ही ऑनलाइन आज का सबक़ ले लेंगी। बाहर नहीं घूम पाईं, तो घर पर ही टहल लेंगी।

आदत को दिनचर्या का हिस्सा बनाएं – ​​​​​​​अलग से समय निकालने की कोशिश नई पहल को जल्दी ख़त्म कर देती है। दिनचर्या में ही नई आदत को शामिल कर लें- जैसे सुबह 10 मिनट की चहलक़दमी, जब बच्चे कोचिंग जाएंगे तब आप भी भाषा या गिटार क्लास जाएंगी आदि।​​​​​​​

ख़ुद को शाबाशी दें – मील के पत्थर बनाएं, जैसे डेढ़ महीना हो जाने पर ख़ुद को कोई पुरस्कार देंगी। कोई सेल्फी, कोई पोस्टर जो बताएगा कि जीवन बदलाव के रास्ते पर अग्रसर है।

छोटे-छोटे क़दम लीजिए – रातों-रात कोई भी आदत नहीं पड़ जाती और एक ही दिन में ढेर सारी गतिविधि करने से भी बात नहीं बनेगी। रोज़ एक-एक करके क़दम बढ़ाएंगी, जैसे स्पॉट जॉगिंग करना शुरू किया है, तो पहले दिन 20, अगले दिन 21, फिर 22 इस तरह बढ़ाती जाएं।

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