डिमांड ड्राफ्ट रद किया तो लगेगा 150 रुपये, बैंकों ने बदले नियम
रायपुर, 09 फरवरी 2022/ स्टेट बैंक आफ इंडिया, बैंक आफ बड़ौदा और पंजाब नेशनल बैंक ने अपने ग्राहकों के लिए फरवरी से कुछ नियमों में बदलाव किया है। इन नियमों के बारे में जानना आपके लिए जरूरी है। बताया जा रहा है कि बैंकों द्वारा किए गए बदलाव में चेक से भुगतान के नियम बदले है और डिमांड ड्राफ्ट रद करने पर भी शुल्क बढ़ा दिया है। बताया जा रहा है कि एक फरवरी से बैंकों ने नियमों में बदलाव कर दिया है।
बैंक आफ बड़ौदा में चेक क्लीयरिंग नियमों में बदलाव
अगर आप बैंक आफ बड़ौदा के ग्राहक है तो चेक क्लीयरिंग से जुड़े नियमों में बदलाव हुआ है। बैंक की ओर से मिली जानकारी के अनुसार अब चेक से भुगतान के लिए कंफर्मेशन अनिवार्य होगा। बैंक ने ग्राहकों से कहा है कि वे सीटीएस क्लीयरिंग के लिए पाजिटिव पे की सुविधा का लाभ ले सकते हैं
स्टेट बैंक में ज्यादा शुल्क
अगर आप स्टेट बैंक आफ इंडिया के ग्राहक है तो आपको पैसे ट्रांसफर करना महंगा पड़ेगा। एसबीआइ की वेबसाइट से मिली जानकारी के अनुसार बैंक ने आइएमपीएस ट्रांजेक्शन में एक नया स्लैब जोड़ा है, जो दो लाख से पांच लाख रुपये का है। इसके तहत दो लाख से पांच लाख रुपये के बीच बैंक ब्रांच से आइएमपीएस के माध्यम से पैसे भेजने का शुल्क 20 रुपये प्लस जीएसटी देना होगा।
पीएनबी में डेबिट फेल हो तो देने होने 250 रुपये
पंजाब नेशनल बैंक ने भी फरवरी महीने से बदलाव किया है। इसके तहत आपकी किसी किस्त या निवेश का डेबिट अकाउंट में पैसा न होने की वजह से फेल होता है तो इसके लिए 250 रुपये देने होंगे। साथ ही डिमांड ड्राफ्ट भी रद कराते हैं तो अब 150 रुपये देने होंगे। इसके लिए अभी 100 रुपये शुल्क था।