अचानक से मिल जाए ढेर सारा धन, तो इन 4 बातों को जरूर ध्यान रखें
कहते हैं कि इंसान को अगर अचानक से धन मिल जाए तो वो बौखला जाता है. ऐसे में तमाम लोगों में अहंकार आ जाता है. अहंकार सबसे पहले व्यक्ति के विवेक को हर लेता है और व्यक्ति कई बार गलत फैसले ले लेता है. धन होने का दिखावा करने लगता है और दूसरों के साथ उनका व्यवहार बदलने लग जाता है. इस स्थिति में धन जैसे आता है, वैसे ही चला भी जाता है. वास्तव में धन को संभालना भी एक हुनर होता है. आचार्य चाणक्य ने चाणक्य नीति में धन को संभालने और इसके सदुपयोग के कुछ तरीकों का जिक्र किया है, जिससे आपके पास धन की कभी कमी नहीं होती और आपको जीवन में धन के साथ साथ मान सम्मान और यश भी प्राप्त होता है. जानिए उन 4 बातों के बारे में.
अहंकार न करें
जीवन में धन की कमी का सामना नहीं करना चाहते हैं, तो खुद में कभी अहंकार को मत आने दीजिए. अहंकारी व्यक्ति को सही और गलत का फर्क नजर नहीं आता है. ऐसे में वो स्वयं ही अपना नाश कर बैठता है. धन कितना ही क्यों न आ जाए व्यक्ति को अपना व्यवहार शालीन रखना चाहिए.
दिखावा न करें
कुछ लोग धन आने पर दूसरों को अपनी हैसियत का अंदाजा करवाते हैं और उन्हें नीचा दिखाने का प्रयास करते हैं. जबकि आचार्य ने अपने धन के विषय में चर्चा न करने का सुझाव दिया है. धन का दिखावा करने वाले लोग स्वयं एक दिन अपने लिए मुसीबत को आमंत्रित करते हैं और धन का बर्बाद कर देते हैं.
लोक हित के कार्य करें
धन के कुछ हिस्से को हमेशा लोक हित के कार्यों में लगाना चाहिए. इससे आपको लोगों की दुआएं मिलती हैं और आपके घर में सुख समृद्धि वास करती है. साथ ही समाज में आपकी मान और प्रतिष्ठा बढ़ती है.
धन का निवेश जरूर करें
आचार्य चाणक्य का मानना था कि धन को यदि बढ़ाना है तो हमेशा इसे सही जगह पर निवेश करना चाहिए. जो लोग धन का संचय करके रखते हैं, वो धन एक दिन समाप्त हो जाता है. लेकिन निवेश करने से आपके धन में वृद्धि होती है. इसलिए धन को निवेश जरूर करें.