• breaking
  • Chhattisgarh
  • दंतेवाड़ा के बैलाडीला पहाड़ पर जाने से रोक; साल में एक बार विश्वकर्मा जयंती पर खुलता था आकाश नगर का द्वार

दंतेवाड़ा के बैलाडीला पहाड़ पर जाने से रोक; साल में एक बार विश्वकर्मा जयंती पर खुलता था आकाश नगर का द्वार

3 years ago
175

बारिश के दिनों में यहां काफी नीचे तक बादलों का डेरा होता है।

 

 

 

 

जगदलपुर 17 सितंबर 2021/   छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा जिले में विश्वकर्मा पूजा के दिन इस बार भी पर्यटक आकाश नगर की सैर नहीं कर पाएंगे। कोरोना के चलते जिला प्रशासन ने पर्यटकों के प्रवेश पर प्रतिबंध लगा दिया है। यह दूसरा साल होगा जब कोरोना की वजह से बैलाडीला की वादियों को देखने पर्यटकों के लिए NMDC का द्वार बंद किया जाएगा। NMDC के कर्मचारी विश्वकर्मा भगवान की पूजा अर्चना हर साल की तरह ही बड़े धूमधाम से करेंगे। बारिश के दिनों में यहां काफी नीचे तक बादलों का डेरा होता है।

हर साल विश्वकर्मा पूजा के दिन किरंदुल व बचेली में बैलाडीला की पहाड़ियों में स्थित NMDC का माइंस इलाका व यहां होने वाले सारे काम काज बंद रहते हैं। 17 सितंबर को इन इलाके में पर्यटकों को एक दिन के लिए आने की अनुमति दी जाती थी। इस बार फिर रोक से पर्यटकों में भी नाराजगी देखने को मिल रही है। यहां की खूबसूरती और माइंस इलाके को देखने के लिए छत्तीसगढ़ से ही नहीं बल्कि ओडिशा, आंध्रप्रदेश, मध्य प्रदेश व महाराष्ट्र से भी पर्यटक पहुंचते थे। यहां की मनोरम वादियां व ठंडी हवाएं हर किसी का मन मोह लेती है।

 

बैलाडीला को कहा जाता है धरती का स्वर्ग
एक तरफ जहां कश्मीर को धरती का स्वर्ग कहा जाता है तो वहीं दूसरी तरफ बैलाडीला की हसीन वादियों की तुलना भी इससे की जाती है। बारिश के दिनों में यहां काफी नीचे तक बादलों का डेरा होता है। साथ ही ठंडी हवाओं के साथ यहां जमी ओस भी कश्मीर से कम नहीं लगती है। यहां की मनोरम वादियां व ठंडी हवाएं हर किसी का मन मोह लेती है। यही वजह है कि सैलानियों को यह इलाका खूब भाता है। सितंबर की 17 तारीख आने का सैलानियों को बेसब्री से इंतजार रहता है।  खड़ी व घुमावदार सड़क बाइक राइडर्स को बेहद पसंद है।

 

बाइक राइडर्स का है पसंदीदा इलाका
बैलाडीला की पहाड़ियों में स्थित आकाश नगर तक पहुंचे के लिए लगभग डेढ़ दर्जन से ज्यादा सर्पिलाकार सड़क को पार करना पड़ता है। खड़ी व घुमावदार सड़क बाइक राइडर्स को बेहद पसंद है। यहां तेज रफ्तार बाइक चालक कई दफा अपना नियंत्रण खोकर नीचे भी गिरे हैं। एकाएक यहां जब हादसे होने लगे तो बाइक चालकों के प्रवेश पर प्रतिबंध लगा दिया गया था। ऐसे में कुछ सालों से यहां केवल बड़े वाहनों से ही पर्यटक पहुंचते थे।

Social Share

Advertisement