- Home
- breaking
- Chhattisgarh
- छत्तीसगढ़ में धर्मांतरण पर कांग्रेस की भाजपा को चुनौती: कहा- भाजपा जिन 200 शिकायतों का दावा कर रही है उसे सरकार को दे, कानून का उल्लंघन मिला तो 24 घंटे में कार्रवाई होगी
छत्तीसगढ़ में धर्मांतरण पर कांग्रेस की भाजपा को चुनौती: कहा- भाजपा जिन 200 शिकायतों का दावा कर रही है उसे सरकार को दे, कानून का उल्लंघन मिला तो 24 घंटे में कार्रवाई होगी
रायपुर 12 सितम्बर 2021/ छत्तीसगढ़ में धर्मांतरण के मुद्दे पर राजनीतिक बवाल जारी है। शनिवार को भाजपा नेताओं ने रायपुर में आजाद चौक से राजभवन तक पैदल मार्च कर राज्यपाल अनुसूईया उइके को ज्ञापन सौंपा। उनका आरोप था कि धर्मांतरण की सैकड़ों शिकायतों के बाद भी प्रदेश की कांग्रेस सरकार कार्रवाई नहीं कर रही है। अब कांग्रेस नेताओं ने चुनौती दी है कि भाजपा नेता जिन 200 शिकायतों का जिक्र कर रहे हैं, उसे सरकार को दें। कानून का उल्लंघन मिला तो 24 घंटे में दोषियों पर कड़ी से कड़ी कार्रवाई होगी।
प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष शैलेश नितिन त्रिवेदी ने रविवार को कहा कि बीजेपी धर्मांतरण को लेकर जरा भी गंभीर नहीं है। जरा भी गंभीर होती तो रमन सिंह के 15 साल के शासनकाल में धर्मांतरण का एक मामला तो दर्ज होता। उन्होंने आगे कहा- भाजपा के नेता जिन 200 शिकायतों की बात कर रहे हैं, मैं चुनौती देता हूं कि भाजपा के नेता उन शिकायतों को पब्लिक डोमेन में रखें। भाजपा के नेता उन शिकायतों को राज्य सरकार के सामने रखें। यह देखा जाए कि कहां पर किस कानून का उल्लंघन हो रहा है। कांग्रेस की सरकार 24 घंटे के अंदर कड़ी से कड़ी कार्रवाई करेगी।
इससे पहले कांग्रेस प्रवक्ता आरपी सिंह ने कहा था, अगर भाजपा में जरा सा भी नैतिक साहस है तो वे तमाम शिकायतें सार्वजनिक करे और सरकार को सौंप दें। सरकार एक निश्चित समय सीमा के भीतर ऐसे मामलों पर सख्त कार्रवाई करेगी। उन्होंने कहा था कि शिकायतों को भाजपा सार्वजनिक करने से आखिर क्यों पीछे हट जाती है।
धर्मांतरण का मुद्दा विषय से भटकाने की कोशिश
कांग्रेस ने धर्मांतरण के मुद्दे पर भाजपा के इस आंदोलन को विषयांतरण की कोशिश बताया है। शैलेश नितिन त्रिवेदी ने कहा, भाजपा का यह आंदोलन दरअसल विषयांतरण की कोशिश मात्र है। भाजपा प्रभारी डी. पुरंदेश्वरी के शर्मनाक बयान, जिसमें उन्होंने सरकार पर थूकने और थूके से सरकार के बह जाने की बात कही थी, प्रदेश के किसानों-मजदूरों का अपमान था। उससे ध्यान हटाने के लिए भाजपा धर्मांतरण का मुद्दा उठा रही है।
राज्य सरकार से कोई उम्मीद नहीं-नेता प्रतिपक्ष
नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने धर्मांतरण के मुद्दे पर कहा था कि इस सरकार से पहले भी कोई उम्मीद नहीं थी। जिस सरकार के मुखिया अपने परिजनों को एक जाति विशेष व भगवान के लिए अनर्गल व्यक्तव्य देने से नहीं रोक पा रहे हैं, वह सरकार बहुसंख्यक वर्ग के हितों की रक्षा नहीं कर सकती। धरमलाल कौशिक ने कल राज्यपाल अनुसूईया उइके से मिलकर संवैधानिक प्रमुख होने के नाते खुद कार्रवाई करने की मांग की थी।