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अफवाहों के बीच 27 अगस्त 2021 को फिर दिल्ली पहुंचेंगे छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल

3 years ago
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Bhupesh Baghel will reach Delhi again on 27 August 2021

 

 

 

 

रायपुर 26 अगस्त 2021 / छत्तीसगढ़ में सीएम भूपेश बघेल की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। वह 25 अगस्त 2021 को ही दिल्ली से लौटे। अब फिर 27 अगस्त 2021 को उनके दिल्ली पहुंचने का कार्यक्रम होने की जानकारी छनकर सामने आ रही है। बताया जा रहा है कि वह दिल्ली में पार्टी के वरिष्ठ नेताओं से मुलाकात करेंगे।

इधर राज्य में स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंह के समर्थकों को उम्मीद है कि जल्द ही राज्य में सीएम फेस का बदलाव हो जाएगा। सीएम के नये चेहरे के रुप में टीएस सिंहदेव को देखा जा रहा है। हलांकि राज्य के प्रभारी पीएल पुनिया साफ कर चुके हैं कि राज्य में ढाई-ढाई साल के सीएम को कोई फार्मूला नहीं है।

उधर टीएस सिंहदेव भी इस मामले में गोलमोल जवाब दे रहे हैं। उनका कहना है कि सब कुछ पार्टी हाईकमान के ऊपर है।

उन्हें इस संबंध में कोई जानकारी नहीं है।

इसलिए उठा रजनीतिक तूफान

23 अगस्त 2021 को राज्य के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल अपना जन्मदिन मना रहे थे।

अचानक उन्हें दिल्ली बुलाया गया। 23 अगस्त की शाम ही श्री बघेल दिल्ली चले गये।

24 अगस्त 2021 को दिल्ली में राहुल गांधी के साथ भूपेश बघेल और टीएस सिंहदेव की बैठक हुई।

बैठक के बाद पीएल पुनिया ने स्पष्ट किया कि मुख्यमंत्री के बदले जाने के मुद्दे पर कोई चर्चा नहीं की गयी।

25 अगस्त की दोपहर में भूपेश बघेल रायपुर लौटे।

यहां एअरपोर्ट पर पार्टी नेताओं ने भूपेश बघेल के समर्थन में शक्ति प्रदर्शन किया।

अभी भी टीएस सिंहदेव दिल्ली में ही डटे हैं।

अब फिर खबर आ रही है कि 27 अगस्त को भूपेश बघेल दिल्ली जा रहे हैं।

 

 

इस बात की हो रही चर्चा

राजनैतिक गलियारे में चर्चा है कि राहुल गांधी के साथ हुई बैठक में ढाई-ढाई साल के मुख्यमंत्री के मुद्दे पर चर्चा हुई।

राहुल गांधी ने किसी को स्पष्ट निर्देश देने के बजाय फैसला भूपेश बघेल और टीएस सिंहदेव के बीच छोड़ दिया।

माना जा रहा है कि अगर ढाई-ढाई साल के मुख्यमंत्री का फार्मुला सही है तो भूपेश बघेल नैतिकता के आधार पर कुर्सी छोड़ देंगे।

पर दोनों नेता कह रहे है कि पार्टी हाईकमान जो कहेगा वह फैसला माना जाएगा।

लग रहा है कि इस विवाद के पटाक्षेप के लिए पार्टी हाईकमान ही कोई ठोस फैसला लेगा।

दोनों नेताओं के समर्थक इस मामले में अपने-अपने तर्क दे रहे हैं।

भाजपा नेताओं की ओर से इस मामले में चुटकी ली जा रही है।

यह तो आने वाला समय बताएगा कि परिस्थिति किसके पक्ष में होती है।

भूपेश बघेल या फिर टीएस सिंहदेव के।

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