- Home
- breaking
- Chhattisgarh
- CM भूपेश बघेल ने वनांचल में किसानों को सिंचाई सुविधा उपलब्ध कराने की कार्ययोजना का आदेश दिया
CM भूपेश बघेल ने वनांचल में किसानों को सिंचाई सुविधा उपलब्ध कराने की कार्ययोजना का आदेश दिया
रायपुर 30 जून 2021/ मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने वनांचल में नदियों के किनारे विद्युत लाईन बिछाकर किसानों को सिंचाई सुविधा उपलब्ध कराने की कार्ययोजना जल्द तैयार करने का आदेश दिया है। यह काम डीएमएफ फंड से किया जाएगा। मंगलवार को ऊर्जा विभाग के कार्यों की समीक्षा करते हुए सीएम ने कहा कि नदियों के पानी का उपयोग करने से भू-जल का दोहन रूकेगा, वहीं सतही जल के उपयोग से बिजली की खपत कम होगी।
बस्तर अंचल में इंद्रावती नदी, सुकमा में शबरी और कोरबा में हसदेव नदी किनारे विशेष प्राथमिकता के साथ विद्युत लाईन बिछाई जाएगी। इसके लिए संबंधित जिलों के कलेक्टरों से पूरा प्लान मांगा गया है। सीएम ने वनांचल क्षेत्रों में जहां विद्युत सुविधा उपलब्ध नहीं है, वहां सुजला योजना में सोलर पंप उपलब्ध कराने के आदेश दिए।
मुख्यमंत्री ने किसानों के सिंचाई पंपों के ऊर्जाकरण का कार्य तेजी से करने के निर्देश दिए। सीएम ने बजट सत्र में 35161 सिंचाई पंपों को कनेक्शन देने की घोषणा की थी। ऊर्जा विभाग के विशेष सचिव अंकित आनंद ने बताया कि इसमें से 11 हजार 661 सिंचाई पंपों को बिजली कनेक्शन दे दिए गए हैं और 23 हजार 500 सिंचाई पंपों को कनेक्शन देने का काम चल रहा है। यह काम नवम्बर के अंत तक पूरा करने का लक्ष्य है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि गांवों, कस्बों, नगरीय निकायों में सोलर हाई मास्ट स्थापना के लिए डीएमएफ की राशि का उपयोग किया जाए। इसी प्रकार विधायक निधि से भी सोलर मास्ट लाईट लगाई जाएगी। बैठक में नदी और एनीकट के समीप स्थित तालाबों को सोलर पंप से भरे जाने, बायोगैस संयंत्र की स्थापना, सौर ऊर्जा प्लांट, सोलर पेयजल योजना, जल जीवन मिशन के तहत स्वीकृत कार्यो, बायो फ्यूल विकास प्राधिकरण के कामकाज की समीक्षा की गई।
अगले तीन साल में होंगे ये महत्वपूर्ण काम
मुख्यमंत्री अधोसंरचना विकास योजना में अगले तीन वर्षों में योजना के तहत 817 करोड़ रुपए से 33/11 केवीए के 112 नए उपकेन्द्र बनाए जाएंगे जबकि 166 पावर ट्रांसफॉर्मर की क्षमता बढ़ाई जाएगी। इसके अलावा 3020 किलोमीटर 33 केवीए लाइन और 1715 किलोमीटर 11 केवीए लाइन का विस्तार किया जाएगा। गौरेला-पेण्ड्रा के अंधियारखोर और आमाडांड में 2 उपकेंद्रों का निर्माण अगस्त 2021 तक और कोरिया के कटघोड़ी के विद्युत उपकेन्द्र का निर्माण दिसम्बर तक पूर्ण होगा।