- Home
- breaking
- Chhattisgarh
- छत्तीसगढ़ में कोरोना के डेल्टा-प्लस वैरिएंट का सैंपल भुवनेश्वर एम्स भेजे
छत्तीसगढ़ में कोरोना के डेल्टा-प्लस वैरिएंट का सैंपल भुवनेश्वर एम्स भेजे
रायपुर 25 जून 2021/ छत्तीसगढ़ में कोरोना वायरस के नए वैरिएंट की वजह से सरकार टेंशन में है। इसे लेकर अब मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने अपनी प्रशासनिक टीम को अलर्ट रहने को कहा है। CM ने लोगों से कोविड प्रोटोकॉल का हर हाल में पालन करने को कहा है। अफसरों को ये भी निर्देश दिए गए हैं कि स्टेट बॉर्डर पर निगरानी के बंदोबस्त किए जाएं। कोरोना का ये नया वैरिएंट छत्तीसगढ़ के पड़ोसी राज्य मध्यप्रदेश और महाराष्ट्र में फैल रहा है।
प्रदेश में अभी मिल रहे कोरोना के नए मामलों में डेल्टा प्लस वैरिएंट है या नहीं इसका पता लगाने के लिए डॉक्टर्स की टीम ने काम शुरू कर दिया है। सरकार के निर्देश के बाद मेडिकल इमरजेंसी से निपटने के लिए स्वास्थ्य विभाग के अफसर दूसरे राज्यों की स्टडी और वहां इस वैरिएंट को किस तरह मैनेज किया जा रहा है इस पर नजर रखे हुए हैं। खबर है कि प्रदेश में नए मिल रहे मरीजों के सैंपल लेने के बाद कुछ सैंपल को एम्स रायपुर और रायपुर मेडिकल कॉलेज की वायरोलॉजी लैब से एडवांस स्टडी के लिए भुवनेश्वर एम्स को भेजा गया है। राहत की बात ये है कि अब तक छत्तीसगढ़ में किसी भी सैंपल में डेल्टा प्लस वैरिएंट नहीं पाया गया है।
MP और महाराष्ट्र के हालात
मध्य प्रदेश में ही इस वैरिएंट के 7 केस सामने आ चुके हैं। इनमें से 2 मरीजों की मौत हो चुकी है। डॉक्टर्स का कहना है कि जिन मरीजों की जान गई, उन्हें वैक्सीन नहीं लगी थी। वहीं जिन तीन मरीजों को वैक्सीन की एक या दो डोज लग चुकी हैं वे ठीक हो गए हैं या होम आइसोलेशन में हैं। डेल्टा प्लस वैरिएंट से संक्रमित मरीजों में 3 भोपाल, दो उज्जैन और एक-एक रायसेन और अशोकनगर जिलों से हैं। महाराष्ट्र के कई जिलों में डेल्टा प्लस वैरिएंट के मामले आने के बाद राज्य सरकार ने गुरुवार को इस मुद्दे पर कैबिनेट की बैठक की। बैठक में पूरे राज्य में एक बार फिर लॉकडाउन लगाने पर चर्चा की गई, बताया जा रहा है कि महाराष्ट्र में इस वैरिएंट की वजह से पाबंदियां बढ़ सकती हैं।
डेल्टा-प्लस वैरिएंट क्या है?
भारत में मिले कोरोना वायरस के डबल म्यूटेंट स्ट्रेन B.1.617.2 को ही विश्व स्वास्थ्य संगठन ने डेल्टा नाम दिया है। B.1.617.2 में एक और म्यूटेशन K417N हुआ है, जो इससे पहले कोरोना वायरस के बीटा और गामा वैरिएंट्स में भी मिला था। नए म्यूटेशन के बाद बने वैरिएंट को डेल्टा+ वैरिएंट या AY.1 या B.1.617.2.1 कहा जा रहा है।
K417N म्यूटेशन वाले ये वैरिएंट्स ओरिजिनल वायरस से अधिक इंफेक्शियस हैं। वैक्सीन व दवाओं के असर को कमजोर कर सकते हैं। दरअसल, B.1.617 लाइनेज से ही डेल्टा वैरिएंट (B.1.617.2) निकला है। इसी लाइनेज के दो और वैरिएंट्स हैं- B.1.617.1 और B.1.617.3, जिनमें B.1.617.1 को WHO ने वैरिएंट ऑफ इंटरेस्ट (VOI) की लिस्ट में रखा है और कप्पा नाम दिया है।
डेल्टा प्लस वैरिएंट के लक्षण
कोरोना वायरस के रूप बदलने के बाद लक्षणों में भी कुछ बदलाव देखे गए हैं। इसलिए इनके बारे में जानना जरूरी है।
- डेल्टा प्लस वैरिएंट के सामान्य लक्षणों में- सूखी खांसी, बुखार और थकान शामिल हैं।
- वहीं इसके गंभीर लक्षणों की बात करें, तो इसमें सीने में दर्द, सांस फूलना या सांस लेने में तकलीफ और बात करने में तकलीफ हो सकती है।
- इसके अलावा WHO के स्वास्थ्य अधिकारियों ने कुछ सामान्य लक्षण बताए हैं, जिनमें त्वचा पर चकत्ते, पैर की उंगलियों के रंग में बदलाव होना, गले में खराश, स्वाद और गंध की हानि, दस्त और सिरदर्द शामिल है।