आईना भी बदल सकता है आपकी किस्मत! बस ध्यान रखें ये नियम
हर व्यक्ति के जीवन में कोई न कोई समस्या होती है। अगर हम बात करें तनाव का कारण क्या है। इसमें कोई एक समस्या शामिल नहीं है। तनाव के कई कारण हो सकते हैं। जैसे पैसों की कमी, नौकरी, प्रॉपर्टी, रिजल्ट आदि। हर पल कोई न कोई तनाव के चंगुल में फंसा है। कई लोग इसके बारे में सोचते हैं। वास्तु विशेषज्ञों के अनुसार हमारे जीवन में आने वाला सुख-दुख सकारात्मक और नकारात्मक ऊर्जा से जुड़ा होता है। कई बार घर के वातावरण में ऐसी निगेटिव ऊर्जा पैदा हो जाती है, जो सुख-शांति को टिकने नहीं देती। इसके साथ ही कई ऐसी बातों का जिक्र किया गया है, जिन्हें हम घर में लाकर वास्तु दोषों से बच सकते हैं। उनमें एक आईना है।
आईना एक चीज है जो आपके बाहरी रूप को दर्शाती है। जिसका वास्तु शास्त्र में अधिक महत्व है। दर्पण को सही दिशा में लगाना जरूरी है। यदि इसे सही जगह पर नहीं रखा जाता है, तो इससे घर और सदस्यों पर बुरा असर पड़ता है। गलत दिशा में लगा आईना सुख-शांति को प्रभावित करता है। जब शीशा टूटता है, तो घर की सारी नकारात्मक ऊर्जा को सोख लेता है। घर में टूटा हुआ शीशा लगाना अशुभ माना जाता है।
दर्पण स्थापना की सही दिशा
आईना का सही दिशा में होना जरूरी है। वास्तु शास्त्र के अनुसार पूर्व और उत्तर की दीवार पर शीशा लगाना हमेशा शुभ माना जाता है। उत्तर दिशा में शीशा लगाने से घर की आर्थि स्थिति सुधरती है। पूर्व या उत्तर-पूर्व दिशा में दर्पण लगाने से मान-सम्मान बढ़ता है।
दर्पण कैसा होना चाहिए
वास्तु शास्त्र के अनसार चौकोर शीशा शुभ होता है। शीशा खरीदते समय इस बात का विशेष ध्यान रखें कि उसमें आपका चेहरा साफ दिखाई दें।
ऐसा दर्पण लाता है नकारात्मकता
बेडरूम में दर्पण पति-पत्नी के रिश्ते को खराब कर सकता है। यह वैवाहिक जीवन में बाधा डाल सकता है। ऐसे में यदि आप बेडरूम में आईना लगाना चाहते हैं तो वास्तु नियमों का पालन करें।