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15 देशों में प्रतिबंधित आनलाइन गेम्स को भारत में बैन करने की मांग

3 years ago
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ऑनलाइन गेम्स 15 देशों में प्रतिबंधित-भारत में प्रतिबन्ध को लेकर कोई कानून  नहीं

 

 

रायपुर, 11 जून 2022/ दुनिया भर में 15 से अधिक देशों में आनलाइन गेम्स पर प्रतिबंध लग चुका है, लेकिन भारत में अब तक प्रतिबंध से संबंधित सख्त कानून बन न पाना चिंता का विषय है। जैन संवेदना ट्रस्ट के महेंद्र कोचर व विजय चोपड़ा ने बताया कि भारत में तीन वर्ष से 18 वर्ष आयु के बच्चे आनलाइन गेम्स की गिरफ्त में हैं। इससे न केवल बच्चे मानसिक रूप से विकृत हो रहे हैं, बल्कि तनाव के शिकार हो रहे हैं।

बच्चों में नैतिक मूल्यों का पतन हो रहा है, साथ ही उनकी शारीरिक क्षमता का ह्रास हो रहा है। दिन भर बच्चे घर में मोबाइल पर लगे रहते हैं। मना करने पर वाद-विवाद की स्थिति पैदा होती है। मैदानी स्तर के खेलों में रुचि कम हो गई है, पारंपरिक खेलों में संलग्नता लुप्तप्राय हो गई है। जैन संवेदना ट्रस्ट ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी व मानव संसाधन विकास मंत्री डा. रमेश पोखरियाल को पत्र लिखकर आनलाइन गेम्स पर तत्काल प्रतिबंध लगाने संबंधित कड़े कानून बनाने की मांग की है।

इस परिपेरक्ष्य में जैन संवेदना ट्रस्ट ने आपात बैठक बुलाकर सकल जैन समाज में सभी परिवारों को आनलाइन गेम्स पर कड़े प्रतिबंध लगाए जाने की बात कही है एवं जो जैन बच्चे आनलाइन गेम्स के आदतन हो गए हैं। वे इसे छोड़ते हैं तो उन्हें पुरस्कृत किया जाएगा। जैन संवेदना ट्रस्ट के महेंद्र कोचर व विजय चोपड़ा ने कहा है कि आगामी चातुर्मास में आनलाइन गेम्स बंद करने जागृति अभियान चलाया जाएगा। जैन संवेदना ट्रस्ट की आपात बैठक में महेंद्र कोचर, विजय चोपड़ा, चंद्रेश शाह, कमल भंसाली, गुलाब दस्सानी, हरीश डागा, महावीर कोचर, अरुण कोठारी, प्रणय बुरड़ उपस्थित थे।

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