भविष्य की संभावनाओं से चांदी काटने का मौका दे रहे सिल्वर ETF, इसमें शुरू करें निवेश
नई दिल्ली, 24 जनवरी 2022/ चांदी ने बीते 4 सालों में करीब 63% रिटर्न दिया है। ज्यादातर अन्य एसेट के मुकाबले स्थिर रिटर्न को देखते हुए वैश्विक पैमाने पर चांदी में निवेश तेजी से बढ़ा है। लेकिन भारत में यह ट्रेंड कम रफ्तार से जोर पकड़ रहा है। यह स्वाभाविक है क्योंकि भारतीय निवेशक बाकी दुनिया के मुकाबले बदलाव स्वीकार करने में ज्यादा वक्त लेते ही हैं।
देश में लंबे समय से सोने और चांदी की फिजिकल होल्डिंग की परंपरा रही है। लेकिन बीते 5 सालों के दौरान इस मामले में काफी बदलाव आया है। शेयर बाजार, म्यूचुअल फंड और ETF (एक्सचेंज ट्रेडेड फंड्स) में अब ज्यादा लोग निवेश करने लगे हैं। इसी का नतीजा है कि ETF का दायरा बढ़ रहा है, इसी की ताजा कड़ी सिल्वर ETF है। भारत में बीते साल के अंत में बाजार नियामक सेबी ने सिल्वर ETF को मंजूरी दी थी।
इस साल अब तक दो सिल्वर ETF बाजार में आ चुके हैं। आगामी महीनों में न केवल इनकी संख्या बढ़ेगी, बल्कि इनमें निवेश भी बढ़ने की संभावना है। आपको भी इनमें निवेश करना चाहिए। केडिया एडवायजरी के डायरेक्टर अजय केडिया आपको इसके बारे में बता रहे हैं।
ETF क्या है?
ETF सिक्युरिटीज और शेयर जैसे एसेट का एक बास्केट है, जिसकी खरीद-बिक्री एक्सचेंज पर होती है। इसीलिए इनके फीचर्स और फायदे शेयरों में निवेश की तरह हैं, लेकिन ये म्यूचुअल फंड्स और बॉन्ड जैसे इंस्ट्रूमेंट्स के भी लाभ देते हैं। किसी एक कंपनी के शेयर की तरह ETF की ट्रेडिंग भी दिनभर होती है और इनके दाम एक्सचेंज पर सप्लाई और डिमांड के हिसाब से घटते-बढ़ते रहते हैं।
सिल्वर ETF में निवेश क्यों करना चाहिए?
चांदी प्रभावशाली बुलियन बनती जा रही है। मॉर्गन स्टेनली की एक हालिया रिपोर्ट कहती है, “औद्योगिक इस्तेमाल बढ़ने से अर्थव्यवस्था में बदलावों के प्रति सोने की तुलना में चांदी ज्यादा संवेदनशील हो गई है। जब कभी अर्थव्यवस्थाएं मजबूत होंगी, चांदी की मांग बढ़ने लगेगी।” इसका एक मतलब यह भी है कि बढ़ती महंगाई वाले दौर में सोने के मुकाबले चांदी की कीमत ज्यादा बढ़ेगी। ऐसे में महंगाई से बचाव के साधन (हेजिंग टूल) के तौर पर चांदी बेहतर साबित होगी।
कैसे करें सिल्वर ETF में निवेश?
किसी भी ETF में निवेश करने के लिए डीमैट अकाउंट जरूरी है। आप सिल्वर ईटीएफ के न्यू फंड ऑफर (एनएफओ) में पैसा लगा सकते हैं। यदि ऐसा नहीं कर पाए तो स्टॉक एक्सचेंज से खरीदना होगा। आईसीआईसीआई प्रू और आदित्य बिड़ला सन लाइफ के सिल्वर ईटीएफ के एनएफओ आ गए हैं। आईप्रू का एनएफओ 19 जनवरी को बंद हो गया, जबकि आदित्य बिड़ला सन का एनएफओ 27 जनवरी को बंद होगा।
अब इनमें तेजी से बढ़ रहा चांदी का इस्तेमाल
सोलर एनर्जी
बिजली पैदा करने वाले सोलर सेल्स की मैन्युफैक्चरिंग में बड़े पैमाने पर चांदी इस्तेमाल की जाती है। अब चूंकि पूरी दुनिया में ग्रीन एनर्जी को लेकर जागरूकता बढ़ रही है, लिहाजा सोलर एनर्जी की डिमांड भी बढ़ रही है। ऐसे में यह इंडस्ट्री भी चांदी की मांग बढ़ाएगी।
मेडिकल में इस्तेमाल
ब्रीदिंग ट्यूब्स और कैथेटर्स में काफी चांदी इस्तेमाल की जाती है। कोविड जैसे संक्रमण से पीड़ित रोगियों की मदद के लिए ये उपकरण इस्तेमाल किए जाते हैं। इसके अलावा हडि्डयां टेढ़ी हो जाने पर उन्हें ठीक करने में भी चांदी से तैयार उपकरण इस्तेमाल किए जाते हैं।
ऑटोमोबाइल इंडस्ट्री
वाहनों, खास तौर पर कारों में जिस पैमाने पर अत्याधुनिक टेक्नोलॉजी (जैसे ऑटोनोमस और इलेक्ट्रिक कारें) इस्तेमाल होती है, उसी पैमाने पर चांदी का इस्तेमाल भी बढ़ता जाता है। 2025 तक ऑटोमोबाइल इंडस्ट्री में करीब 2,800 टन चांदी का इस्तेमाल हो जाएगा।
5जी टेलीकॉम सर्विसेस
5जी टेक्नोलॉजी के कई इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों में चांदी का काफी इस्तेमाल होता है। अनुमान लगाया गया है कि 5जी में इस्तेमाल होने वाले इलेक्ट्रॉनिक्स में साल 2025 तक करीब 500 टन और 2030 तक करीब 700 टन चांदी का इस्तेमाल होगा।