अंकुरित अनाज से बढ़ती है राेग प्रतिराेधक क्षमता, वजन भी घटाता है
अंकुरित अनाज सौ बीमारियों की दवा है। अंकुरित अनाज का सेवन शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता काे बढ़ाता है। व्यक्ति स्वस्थ्य रहता है तो गर्मी का भी असर नहीं होता। अंकुरित अनाज में विटामिन भरपूर होता है। डायटीशियन डा अंजली का कहना है कि प्रोटीन, विटामिन, मिनरल्स, फाइबर, फास्फोरस, मैग्नीशियम, आयरन से भरपूर अंकुरित अनाज का सेवन ना सिर्फ वजन घटाता है बल्कि मधुमेह जैसी बीमारियां भी दूर रहती हैं। ऐसे में अंकुरित अनाज आपका तन, मन दाेनाें पूरी तरह स्वस्थ्य रखता है।
अंकुरित अनाजः अंकुरित अनाज ऐसे बीज होते हैं, जो अनाज या फलियों को भिगोने पर निकलते हैं। अंकुरित अनाज को अंकुरित बीज भी कहा जाता है। यह अंकुरण प्रक्रिया आमतौर पर कई घंटों तक बीजों को भिगोने से शुरू होती है। भीगे हुए बीज सही तापमान और नमी के संपर्क में आते हैं तो कुछ दिनों के बाद इनमें अंकुर निकलने लगते हैं। अंकुरित अनाज का नाश्ता आपको दिनभर चुस्त रखेंगे। इनमें पोषक तत्वों की मात्रा बहुत अधिक होती है इसलिए इसका सेवन सेहत के लिए फायदेमंद होता है। अंकुरित अनाज केवल स्वास्थ्य के लिए ही फायदेमंद ही नहीं है, बल्कि खाने मे भी स्वादिष्ट होता है। आप अंकुरित सलाद, अंकुरित सैंडविच या पास्ता आदि बना सकते हैं। अंकुरित करने के लिए चना, मूंग, गेहूं, मोठ, सोयाबीन, मूंगफली, मक्का, तिल, अल्फाल्फा, अन्न, दालें और बीजों को पानी में कुछ देर भिगो दें।
फायदेः यदि आप वजन घटाना चाहते हैं तो अंकुरित मूंगदाल अधिक फायदेमंद है। सुबह के समय अंकुरित दाल का सेवन करने से पेट दिनभर भरा रहता है और अधिक भोजन के सेवन से बचे रहते हैं। मरीज को बार-बार भूख लगती है। ऐसे में अंकुरित अनाज का सेवन मधुमेह काे नियंत्रित करता है। इसमें मौजूद एंटीआक्सीडेंट्स गुण शरीर से विषैले टोक्सिन को निकालने में मदद करते हैं, जिससे आप कब्ज और पेट से जुड़ी समस्याओं से बचे रहते हैं।