बिलासपुर, 11 सितंबर 2022/ ट्रेनों के परिचालन को लेकर रेलवे जरा भी गंभीर नहीं है। आलम सुबह सात बजे पहुंचने वाली इतवारी – बिलासपुर शिवनाथ एक्सप्रेस 11 घंटे विलंब से चल रही है। वहीं इतवारी- बिलासपुर इंटरसिटी एक्सप्रेस पांच घंटे देरी से चल रही है। ये दोनों ट्रेनों को देररात रवाना किया जा सकता है। इसी तरह हावड़ा- मुंबई मार्ग की ट्रेनें भी दो से चार घंटे देर से ही बिलासपुर रेलवे स्टेशन पहुंची।

शिवनाथ एक्सप्रेस व इंटरसिटी एक्सप्रेस ये दोनों ट्रेनों का परिचालन जोन के क्षेत्राधिकार में ही होता है। जोन की ये ट्रेनों बीते चार महीने से इसी तरह विलंब चल रही है। विलंब का समय कम होने की बजाय हर बढ़ते जा रहा है। रविवार को शिवनाथ एक्सप्रेस 11 घंटे विलंब से चल रही है। यह ट्रेन शाम सात बजे के करीब पहुंचेगी। इसी तरह इतवारी – बिलासपुर इंटरसिटी भी डेढ़ बजे बिलासपुर पहुंचती है और 3:55 बजे वापस इंटरसिटी बनकर इतवारी के लिए रवाना हो जाती है।

लेकिन यह ट्रेन पांच घंटे देर से चल रही है। यह शाम सात बजे के बाद आएगी। सबसे हैरानी की बात है कि ट्रेनें इतनी देर हो रही है और यात्री परिचालन से परेशान है। पर अफसरों पर इसका कोई फर्क नहीं पड़ रहा है और ही किसी अफसर ने परिचालन समय सुधारने में रूचि ली है। यात्री रेल मंत्री से लेकर रेलवे बोर्ड चेयरमैन तक शिकायत कर रहे हैं। पर किसी का संतोषप्रद जवाब नहीं आ रहा है। यात्रियों का कहना है कि रेलवे जानबूझकर ट्रेनों का परिचालन विलंब से कर रही है।

शिवनाथ व इंटरसिटी को समय पर चलाने के लिए रेलवे के पास कई विकल्प है पर वह ऐसा नहीं कर रही है। एक अतिरिक्त रैक की व्यवस्था कर रेलवे ट्रेनों निर्धारित समय पर चला सकती है। बीच यह भी प्रयास भी किया गया, लेकिन अब वैकल्पिक व्यवस्था करने से रेलवे ने मुंह फेर लिया है। यात्री परेशान है। इसके बाद भी रेल प्रशासन ध्यान नहीं दे रहा है।