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सप्तमी पर चैत्र नवरात्र पर मां कालरात्रि माता की पूजा आज, अंबा देवी मंदिर में महाआरती
रायपुर, 08 अप्रैल 2022/ चैत्र नवरात्र की सप्तमी का पर्व शुक्रवार को मनाया जाएगा। राजधानी में कई देवी मंदिरों में महाआरती का आयोजन किया जाएगा। वहीं सबसे खास सत्ती बाजार स्थित अंबा देवी में अलग ही नजारा दिखाई देगा। मंदिर प्रांगण में लगभग शाम सात बजे से महाआरती की जाएगी।
पिछले दो साल से महाआरती में आम श्रद्धालुओं को शामिल होने के लिए पाबंदी लगाई थी, लेकिन इस साल ऐसा नहीं है। यही कारण है कि इस साल महाआरती में हजारों की संख्या में श्रद्धालुओं के शामिल होने की संभावना जताई जा रही है।
इधर श्रद्धालुओं के उत्साह को देखते हुए मंदिर ट्रस्टी भी तैयारी पूर्ण कर लिए हैं। मालूम हो कि अंबा देवी मंदिर पूरे राजधानी में विख्यात है। यही कारण है कि सप्तमी के अवसर पर होने वाली महाआरती में शहर भर के विभिन्ना मुहल्लों कीमहिलाएं थाल में दीए सजाए हुए शामिल होती हैं। यहां इस दिन मनमोहक नजारा भी दिखाई देता है। वहीं पिछले साल 1,100 दीये जलाकर महाआरती की गई थी।
लगभग 100 साल पुराना है मंदिर
जानकार बताते हैं कि अंबा देवी मंदिर का इतिहास लगभग 100 पुराना है। यहां राजस्थान से लाई गई अंबा देवी और रामदेव सा पीर बाबा की मूर्ति का प्राण-प्रतिष्ठा शाकद्वीपीय ब्राह्मणों द्वारा करवाई गई है। वहीं अंबा देवी और रामदेव सा पीर बाबा के मंदिर में 100 साल से दो अखंड जोत प्रज्वलित है।
सातवें दिन मां कालरात्रि की पूजा
नवरात्र के सातवें दिन मां कालरात्रि की पूजा का विधान है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार माता के इस स्वरूप को भयंकर माना जाता है। इनका रंग काला है और ये तीन आंखों वाली हैं। मां के बाल लंबे और बिखरे हुए है। मां कालरात्रि का शरीर अंधकार की तरह काला है।
शुक्रवार को महामाया मंदिर में महानिशा पूजन
प्राचीन सिद्धपीठ मां महामाया देवी मंदिर में होने वाले प्राचीन पूजन पद्धति के अनुसार आज सप्तमी तिथि वाली रात में 12 बजे से मां महामाया की महानिशा पूजन शुरू होगी। मंदिर के पुजारी मनोज शुक्ला ने बताया कि आवाहित देवताओं के पूजन के बाद राजोपचार पूजन पद्धति अनुसार माता की पूजन कर श्री दुर्गा सप्तशती पाठ से पंचामृत की अखंड धारा से अभिषेक कर श्रृंगार किया जाएगा। वहीं पूरे रात भर पूजन के बाद सुबह चार बजे आरती पुष्पांजलि स्तुति के साथ यह पूजन संपन्न होगा।