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पूर्व सीएम भूपेश बघेल ने सुप्रीम कोर्ट के CJI से लगाई न्याय की गुहार! लिखा 7 पेज का पत्र
छत्तीसगढ़ के पूर्व सीएम भूपेश बघेल ने सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस (CJI) को 7 पेज का पत्र लिखा है, जिसमें उन्होंने उन्हें फंसाने के लिए गहरी साजिश की बात लिखी है. पूर्व सीएम बघेल ने कोल परिवहन में कथित अवैध वसूली , महादेव सट्टा ऐप सहित कई मामले में फंसाने की साजिश करने का आरोप लगाया है. इसके अलावा बघेल ने राजनीतिक करियर को खत्म करने की कोशिश का भी आरोप लगाया है.
पूर्व CM भूपेश बघेल ने चीफ जस्टिस को लिखा पत्र
छत्तीसगढ़ के पूर्व सीएम भूपेश बघेल ने चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया को पत्र लिखा है. 7 पेज के पत्र में बघेल ने लिखा- ‘मैंने 17 दिसंबर, 2018 से 3 दिसंबर 2023 तक छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री के रूप में कार्य किया. इस अवधि के दौरान मैंने अपने कर्तव्यों का निर्वहन पूरी ईमानदारी, निष्ठा और गरिमा के साथ किया और सर्वोच्च संवाधानिक मर्यादाओं का पूर्ण पालन किया. देश के सर्वोच्च न्यायिक पद पर आपकी महत्वपूर्ण जिम्मेदारियों के कारण आपकी व्यस्तता से मैं अवगत हूं, लेकिन छत्तीसगढ़ में जो संविधान हत्यात्मक परिस्थितियां लगातार बन रही हैं. इसकी वजह से मैं आपको व्यक्तिगत रूप से पत्र लिखने के लिए बाध्य हुआ हूं.’
भूपेश बघेल ने चौंकाने वाला किया खुलासा
कांग्रेस नेता बघेल ने आगे लिखा, ‘हाल ही में छत्तीसगढ़ में घटित एक घटना इस पत्र का तात्कालिक कारण बना है. जो कि आज भारत के परिदृश्य में सर्वोच्च न्यायालय ही एक ऐसी संस्था बची है जिस पर आमजन का विश्वास है. छत्तीसगढ़ राज्य में कोयला परिवहन में कथित अवैध वसूली के एक प्रकरण की जांच प्रवर्तन निदेशालय (ED) पिछले 4 सालों से कर रही है. राज्य में पिछले नवंबर में हुए चुनाव के बाद सत्ता परिवर्तन हुआ. इसके बाद राज्य की ACB, EOW भी एक प्रकरण दर्ज किया. ED की ओर से गिरफ्तार किए गए विचाराधीन बंदियों को हिरासत में लेकर ACB, EOW ने नए प्रकरण में जेल में कोर कर रखा है.’
एक IPS अधिकारी मेरे खिलाफ साजिश कर रहे हैं
पूर्व सीएम भूपेश बघेल ईओडब्ल्यू के निदेशक IPS अमरेश कुमार मिश्रा पर भी गंभीर आरोप लगाए हैं. उन्होंने पत्र में कहा, ‘ IPS अमरेश कुमार मिश्रा मझे जेल में बुलाया और इस दौरान उन्होंने मुझसे अभद्रता की. साथ ही उन्होंने धमकी भी दी.
जिस समय IPS अधिकारी मिश्रा ने उनसे दुर्व्यवहार किया और धमकी दी उस समय जेल का कोई अधिकारी भी वहां मौजूद नहीं था.’