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कांग्रेस के नए राष्ट्रीय अध्यक्ष बने मल्लिकार्जुन खड़गे

2 years ago
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मल्लिकार्जुन खड़गे ने NHRC के अध्यक्ष और सदस्यों के चयन की प्रक्रिया से खुद को किया अलग, प्रधानमंत्री को भेजा पत्र | TV9 Bharatvarsh

रायपुर, 19 अक्टूबर 2022/ कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष की चुनाव प्रक्रिया पूरी हो गई है। बुधवार को मतगणना में मल्लिकार्जुन खड़गे ने शशि थरूर को बड़े अंतर से हरा दिया। कुल 9 हजार वोटों में से खड़गे को आठ हजार से अधिक वोट मिले हैं। इसी के साथ खड़गे का अध्यक्ष बनना तय हो गया है। खड़गे को छत्तीसगढ़ से भी एकतरफा वोट मिले हैं।

कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष के मतदान की प्रक्रिया 17 अक्टूबर को पूरी की गई। छत्तीसगढ़ में कांग्रेस के प्रदेश मुख्यालय राजीव भवन को मतदान केंद्र बनाया गया था। प्रदेश में 311 मतदाताओं को मतदान करना था। उनमें से 300 ने मतदान किया यानी 98% से अधिक लोगों से मतदान किया। इसमें मुख्यमंत्री भूपेश बघेल सहित तमाम मंत्री, विधायक, पदाधिकारी और प्रदेश कांग्रेस के डेलीगेट शामिल थे। मतदान से पहले ही संकेत मिल गया था कि छत्तीसगढ़ से अधिकतर वोट मल्लिकार्जुन खड़गे को ही मिल रहे हैं। मतदान से तीन दिन पहले ही खरगे के लिए चार नेताओं को पोलिंग एजेंट बनाया गया था।

शशि थरूर की चुनाव अभियान समिति को छत्तीसगढ़ से एक भी पोलिंग एजेंट नहीं मिल रहा था। पहले हुआ कि उसके लिए दिल्ली से किसी को भेजा जाएगा। बाद में सरगुजा क्षेत्र के दो कार्यकर्ता विनय कुमार पावले और हरिप्रसाद कुशवाहा को थरूर का पोलिंग एजेंट बनाकर प्रक्रिया पूरी कराई गई। मतदान के बाद मतपेटी को सीलकर दिल्ली भेजा गया। चुनाव जीतने के बाद खरगे देश की सबसे पुरानी पार्टी में सोनिया गांधी के उत्तराधिकारी बनेंगे। प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने कहा, पार्टी के अधिसंख्य डेलीगेट्स ने ख्ररगे जी को समर्थन दिया है। इस तरह वे एक सर्वमान्य नेता के तौर पर उभरे हैं। शुक्ला ने उम्मीद जताई कि मल्लिकार्जुन खरगे के नेतृत्व में पार्टी अगला चुनाव जीतेगी।

ऐसे हुई कांग्रेस अध्यक्ष चुनाव की मतगणना

बताया जा रहा है, इस प्रक्रिया में पूरे देश से 9 हजार प्रतिनिधियों ने वोट किया था। कांग्रेस के राष्ट्रीय मुख्यालय में पांच मेजों पर मतगणना शुरू हुई। पहले सभी मतपेटियों को खोलकर मतपत्रों को मिला दिया गया। इससे किस प्रदेश से कितने वोट मिले हैं, इसका पता नहीं चलेगा। उसके बाद 100-100 वैध मतपत्रों के बंडल बनाये गये। उसके बाद गणना शुरू हुई। आधी गणना होने तक अध्यक्ष की तस्वीर साफ हाे चुकी थी।

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