- Home
- breaking
- Chhattisgarh
- छत्तीसगढ़ में सूख रहे हैं पेट्रोल पंप… सीएम भूपेश बघेल ने केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी को लिखी चिट्ठी
छत्तीसगढ़ में सूख रहे हैं पेट्रोल पंप… सीएम भूपेश बघेल ने केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी को लिखी चिट्ठी
रायपुर, 19 जून 2022/ छत्तीसगढ़ में छाए पेट्रोल-डीजल संकट को लेकर राज्य सरकार हरकत में आ गई है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्री हरदीप सिंह पुरी को चिट्ठी लिखकर आपूर्ति बहाल करने की मांग की है। मुख्यमंत्री ने कहा है, आपूर्ति नहीं होने की वजह से कृषि कार्य सहित कई आवश्यक सेवाएं प्रभावित हो सकती हैं।
मुख्यमंत्री ने लिखा है कि पिछले एक-दो महीनों से छत्तीसगढ़ में पेट्रोल-डीजल की आपूर्ति कम हो गई है। इसकी वजह से कई जिलों में पेट्रोल पंप ड्राइ हो जा रहे हैं। यहां हिंदुस्तान पेट्रोलियम के 750 आउटलेट्स हैं। पेट्रोल-डीजल आपूर्ति नहीं होने से उन्हें कई-कई दिनों तक बंद रखना पड़ रहा है। पेट्रोलियम कंपनियों की समीक्षा में पाया गया कि पहले डीपो में बफर स्टॉक 3-4 दिनाें का रहता था। पिछले एक-दो महीनों से बफर स्टॉक केवल एक दिन का ही रह रहा है। कई बार यह खत्म हो जा रहा है और डीपो के भी ड्राइ हो जाने की स्थिति बन रही है। ग्रामीण अंचलों में रिटेल आउटलेट्स को एडवांस भुगतान के बाद भी डीजल-पेट्रोल की आपूर्ति नहीं हो पा रही है।
मुख्यमंत्री ने लिखा है, मानसून की सक्रियता के बाद छत्तीसगढ़ में कृषि कार्य जोरों पर हैं। डीजल नहीं मिलने की वजह से खेती के काम में दिक्कत हो रही है। ग्रामीण क्षेत्रों में डीजल नहीं मिलने से एम्बुलेंस और परिवहन सेवाओं सहित आम लोगों को भी काफी परेशानी उठानी पड़ रही है। मुख्यमंत्री ने कहा, पेट्रोल-डीजल के नियमित नहीं मिल पाने से कृषि कार्य पिछड़ जाएगा। इसकी वजह से आम जनता को आर्थिक नुकसान उठाना पड़ सकता है। मुख्यमंत्री ने केंद्रीय मंत्री से हिंदुस्तान पेट्रोलियम, भारत पेट्रोलियम और इंडियन ऑयल तीनों कंपनियों के छत्तीसगढ़ स्थित डीपो में नियमित आपूर्ति कराने का आग्रह किया है।
मुख्यमंत्री ने कल केंद्र सरकार पर उठाए थे सवाल
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने शनिवार को केंद्र सरकार पर सवाल उठाए थे। मुख्यमंत्री ने कहा था, पूरे देश में आपूर्ति घटाई जा रही है। क्या हम लोग श्रीलंका की जो स्थिति है उस दिशा में जा रहे हैं। वहां सबसे पहले पेट्रोल-डीजल मिलना ही बंद हुआ था। भारत सरकार को यह मामला स्पष्ट करना चाहिए। क्यों ऐसा हो रहा है कि पेट्रोल डीजल में 30-30, 40-40% कटौती की जा रही है। इससे ट्रांसपोर्टिंग प्रभावित होगा। महंगाई बढ़ेगी। अभी खेती-किसानी का सीजन आ गया है। डीजल नहीं मिलेगा तो खेती भी प्रभावित होगा। हमारे यहां धान, मक्का, कोदो, कुटकी, रागी बोने का सीजन आया है। ऐसे समय में डीजल नहीं होगा तो संकट में हम लोग फंस सकते हैं।
पेट्रोल पंप कारोबारियों ने भी की मुख्यमंत्री से मुलाकात
छत्तीसगढ़ पेट्रोलियम डीलर वेलफेयर एसोसिएशन ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से मुलाकात की है। उन्होंने बताया, पेट्रोल कंपनियों की मनमानी की वजह से उनको आपूर्ति नहीं मिल पा रही है। पेट्रोल-डीजल कई-कई दिनों तक खत्म रह रहा है। यह हालत एडवांस पेमेंट के बाद भी हो रही है। लोगों को दिक्कत हो रही है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने बताया कि उन्होंने केंद्रीय मंत्री को पत्र लिखकर छत्तीसगढ़ की चिंताओ से अवगत कराया है।