बंगाल चुनाव में बड़ा उलटफेर : नंदीग्राम में ममता बनर्जी हारीं, उधर बाबुल सुप्रियो सहित BJP के तीन सांसदों की हार; 19 दलबदलू भी नहीं बचा सके अपनी सीट
कोलकाता, 03 मई 2021/ पश्चिम बंगाल में लगातार तीसरी बार ममता बनर्जी की वापसी तो हुई है, लेकिन नंदीग्राम संग्राम में उन्हें हार का सामना करना पड़ा है। टीएमसी से बागी और बीजेपी उम्मीदवार शुभेंदु अधिकारी ने रोमांचक मुकाबले में उन्हें 1956 वोटों से हरा दिया है। इसके साथ ही इस चुनावी दंगल में कई और दिग्गजों को भी उलटफेर का शिकार होना पड़ा है। खास करके पाला बदलने वाले नेताओं को।
पिछले 2 साल में टीएमसी के करीब 17 विधायकों सहित 30 नेताओं ने बीजेपी का दामन थामा है। इनमें से 13 विधायक सहित 19 चुनाव हार गए हैं। ऐसे में अब सियासी गलियारों में इस बात की चर्चा होने लगी है कि आने वाले पांच साल इन दलबदलुओं के लिए मुश्किल भरे रहने वाले हैं क्योंकि ममता बनर्जी इन नेताओं को टारगेट करती रही हैं।
बीजेपी के चार में से तीन सांसद हारे
बीजेपी ने बंगाल जीतने में कोई कसर नहीं छोड़ी थी। उसने अपने चार सांसदों को भी चुनावी मैदान में भी उतार दिया था। इसमें से लॉकेट चटर्जी चुंचुरा सीट से, स्वपन्न दास गुप्ता तारकेश्वर सीट से और बाबुल सुप्रियो, टॉलीगंज से चुनाव हार गए हैं। जबकि निसिथ प्रामाणिक को दिनहटा सीट से जीत मिली है। इसके साथ ही अभिनेत्री पायल सरकार, अभिनेता यश दासगुप्ता और पूर्व आईपीएस भारती घोष सहित कई दिग्गज चुनाव हार गए हैं।
5 दलबदलू जो वोटरों का दिल जीतने में कामयाब रहे
1. मुकुल रॉय टीएमसी छोड़कर बीजेपी से चुनाव लड़े। उन्होंने कृष्णानगर उत्तर सीट से 35089 वोट से जीत दर्ज की है।
2. पार्थ चटर्जी, रानाघाट उत्तर पश्चिम सीट पर 23128 वोटों से जीते हैं। वे टीएमसी छोड़कर बीजेपी में शामिल हुए थे।
3. मिहिर गोस्वामी नाटाबाड़ी विधानसभा सीट से 23440 वोटों से जीते हैं। वे हाल ही में टीएमसी छोड़कर बीजेपी में शामिल हुए थे।
4. हिरन चटर्जी इसी साल टीएमसी छोड़कर बीजेपी में शामिल हुए थे। उन्होंने खड़गपुर सदर से 3771 वोटों से जीत हासिल की है।
5. विश्वजीत दास बगदा सीट से 9792 वोटों से जीते हैं। वे 2019 में टीएमसी छोड़कर बीजेपी में शामिल हुए थे।