• breaking
  • Chhattisgarh
  • “पुलिस की विफलता और लापरवाही से बिगड़ा माहौल, कांग्रेसी नेताओ ने कानून हाथ में लिया”- जांच समिति

“पुलिस की विफलता और लापरवाही से बिगड़ा माहौल, कांग्रेसी नेताओ ने कानून हाथ में लिया”- जांच समिति

4 years ago
259

 

रायपुर, 10 अक्टूबर 2020/ कांकेर में पत्रकारों के साथ बर्बर मारपीट मामले में जाँच समिति ने रिपोर्ट मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को सौप दी है। समिति ने अपनी रिपोर्ट में पुलिस प्रशासन की भूमिका पर गंभीर सवाल उठाया है।

26 सितंबर को कांकेर के पत्रकार सतीश यादव और कमल शुक्ला पर कांग्रेसी नेताओ ने सरेआम मारपीट करते हुए गाली गुफ़्तार किया था। आरोपी नेताओ ने पुलिस थाने के भीतर और बाहर भी मारपीट किया। जिसका वीडियो वायरल होते प्रदेश में हड़कंप मच गया। घटना के बाद से पत्रकारों में आक्रोश था, सरकार ने घटना की सूक्ष्म जाँच हेतु पत्रकारों की पांच सदस्यीय समिति का गठन किया था जिसने शनिवार को अपनी 16 पन्नो के मूल प्रतिवेदन के साथ 450 पन्नो का दस्तावेज सौपा है। समिति ने पाया कि

“कलेक्टर द्वारा व्हाट्सप ग्रुप में पत्रकारों के साथ अनुचित टिप्पणी, नजूल का जमीन खाली करने नोटिस देने और स्थानीय जनप्रतिनिधियों के बारे सोशल मीडिया में लिखने से विवाद गहराया। कांग्रेसी नेताओ ने होटल में पत्रकार को धकियाते हुए मारपीट किया, बीच बचाव करने वाले कमल शुक्ला के साथ सार्वजनिक रूप से गाली गुफ़्तार कर मारपीट की गई। कांग्रेस ने गफ्फार मेमन पर निष्काशन की कार्यवाही की लेकिन विजय ठाकुर, जीतेन्द्र ठाकुर, शादाब खान और मकबूल खान पर कार्यवाही नहीं हुई। पुरे मामले को पुलिस सही तरीके से हैंडल न कर सकी। पुलिस ने जाँच, कार्यवाही में ढिलाई बरती। आरोपी थाने के अंदर और बाहर पत्रकार कमल शुक्ला और सतीश यादव को मारपीट कर धमकाते रहे,अगर पुलिस सही कार्यवाही करती तो मामला नहीं बढ़ता।

जाँच समिति ने पाया की आरोपियों ने पत्रकार शुक्ल और सतीश पर अपने बचाव में एफआईआर कराया है। वही पुलिस इस मामले को बढ़ने, भीड़ को जुटने से रोकने में विफल रही। समिति ने कांकेर एसपी की भूमिका पर सवाल उठाया है।

रिपोर्ट मिलने के बाद मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने आईजी पी सुंदरराज को कार्यवाही का निर्देश दिया है।

इस पुरे घटना क्रम कांकेर पुलिस और जिला प्रशासन ने सरकार की साख पर बट्टा लगाया है। पुलिस समय रहते गुंडों पर गंभीर धाराओं में कार्यवाही कर गिरफ्तार करती तो मामला ना बढ़ता। पत्रकारों ने 3 अक्टूबर से राजधानी के बूढ़ा तालाब में धरना स्थल में क्रमिक भूक हड़ताल जारी रखा है जिसका समर्थन प्रदेश भर के पत्रकार राजधानी आकर कर रहे है। वही कमल शुक्ला अस्पताल में भर्ती है।

 

Social Share

Advertisement