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रिश्वतखोरों के खिलाफ ACB का बड़ा एक्शन, टीम ने तीन घूसखोरों को ईमान बेचते रंगे हाथों दबोचा

1 month ago
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रायपुरः छत्तीसगढ़ के सरकारी विभागों में रिश्वतखोरी के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं। वहीं, रिश्वतखोरी के बढ़ते मामलों के बीच एसीबी ने आरोपियों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की है। एक ही दिन में टीम ने दो जगह कार्रवाई करते हुए रिश्वतखोरी की बड़ी कार्रवाई का भंडाफोड़ करते हुए रिश्वत लेने वाले तीन आरोपियों को रंगे हाथों गिरफ्तार किया है।

दरअसल, एसीबी ने बुधवार के दिन बिलासपुर और कोरबा में कार्रवाई की है। एसीबी ने दो अफसरों के साथ एक पटवारी को रिश्वत लेते गिरफ्तार किया है। रिश्वतखोरों की पहचान मत्स्य विभाग के संयुक्त संचालक देव कुमार सिंह और राजस्व निरीक्षक अश्वनी राठौर और पटवारी धीरेंद्र लाटा को पकड़ा है।

पहला मामला- विभागीय काम निपटाने के मांगे 2 लाख

मामला जांजगीर चांपा का है। यहां पर बिलासपुर के नरेंद्र कुमार श्रीवास जो जांजगीर-चांपा में ऑफिस असिस्टेंट के रूप में पदस्थ है। उन्होंने रायपुर एसीबी में मत्स्य विभाग के संयुक्त संचालक देव कुमार सिंह के खिलाफ शिकायत दी। उन्होंने एसीबी को बताया कि संयुक्त संचालक ने 2 लाख रुपए की रिश्वत की मांग की। पीड़ित ने बताया कि देव कुमार ने उनसे विभागीय काम करने के लिए रिश्वत की मांग की।

आरोपी पकड़ाया रंगे हाथों

आरोपी देव कुमार सिंह को 100000 रुपए की पहली किस्त लेना थी। वहीं, शिकायत मिलते ही जांच में सही पाई गई। इसके बाद आरोपी को रंगे हाथों पकड़ने के लिए जाल बिछाया। 10 लोगों टीम पूरी तरह ग्रामीणों के कपड़े पहने हुए आरोपी को आसपास पहुंचे। इसके बाद जैसे ही संयुक्त संचालक ने रिश्वत के पैसे ही लिए वैसे ही टीम ने उसे रंगे हाथों पकड़ लिया।

दूसरा मामला- रिश्वत लेते राजस्व निरीक्षक और पटवारी गिरफ्तार

रायपुर एसीबी के अलावा बिलासपुर की एंटी करप्शन ब्यूरो की टीम ने कोरबा में रिश्वतखोरों के खिलाफ कार्रवाई करते हुए राजस्व निरीक्षक और पटवारी को रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया है। इनके खिलाफ संजय दिवाकर ने शिकायत दर्ज कराई थी।

इस काम के लिए मांग रहे थे रिश्वत

पीड़ित संजय दिवाकर ने बताया कि राजस्व निरीक्षक अश्वनी राठौर भूमि सीमांकन के लिए 15000 रुपए मांगे और पटवारी धीरेंद्र लाटा से मुलाकात कर के आगे की कार्यवाही करने लिए कहा। पटवारी ने मोलभाव करने के बाद 13000 में सौदा तय किया। इसके बाद एक किस्त के 5000 रुपएल लेते राजस्व निरीक्षक को अरेस्ट किया। वहीं, पहली किस्त के 8000 रुपए लेते हुए पटवारी धीरेंद्र को रंगे हाथों गिरफ्तार किया है।

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