- Home
- breaking
- Chhattisgarh
- 18 से 35 की उम्र वाले संभलकर चलाएं वाहन, हादसों में सबसे ज्यादा मौतें इसी आयु वर्ग में
18 से 35 की उम्र वाले संभलकर चलाएं वाहन, हादसों में सबसे ज्यादा मौतें इसी आयु वर्ग में
रायपुर, 01 मार्च 2023/ अगर आपकी उम्र 18 से 25 या 25 से 35 वर्ष के बीच है, तो जरा संभलकर वाहन चलाएं। यातायात विभाग के आंकड़े इस बात की गवाही दे रहे हैं कि इस आयु वर्ग के लोगों की सड़क हादसों में सबसे ज्यादा मौत हुई है। विभाग अब अपने जागररूकता अभियान को और बढ़ाएगा।
यातायात पुलिस की ओर से जारी आंकड़ों के मुताबिक एक साल में सड़क हादसों मेें जिले में 283 वाहन चालकों की मौत हुई। इनमें पांच महिलाएं और 180 पुरुष हैं। 18 से 25 आयु वर्ग के 81 लोगों की मृत्यु हुई। इसमें दो महिलाएं और 79 पुरुष हैं।
25 से 35 वाले सबसे ज्यादा
आंकडड़ोें के अनुसार 25 से 35 आयु वर्ग के 94 लोगों की मौत सड़क हादसोें मेें हुई। इनमें 91 पुरुष और तीन महिलाएं हैं। वहीीं, सालभर में 858 लोग गाड़ी चलाते हुए घायल हुए। इनमें 32 महिलाएं और 826 पुरुष हैं।
इन कारणों से हो रहे हादसे :
ज्यादातर सड़क हादसे खराब सड़क, गलत पार्किंग, ओवर लोडिंग, गलत दिशा में गाड़ी चलाने, नशे में वाहन चलाने, लापरवाही से गाड़ी चलाने, हिट एंड रन, वाहन चलाते समय मोबाइल का इस्तेमाल करने, सड़क में मवेशी और गाड़ी में लाइट की कमी के कारण हुए हैं।
चार करोड़ का जुर्माना वसूला
रायपुर शहर के लोगों ने ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन करने में 2021 का रिकार्ड तोड़ दिया। इस वर्ष 67 हजार 63 मामलों में पुलिस ने दो करोड़ 91 लाख 86 हजार 800 का जुर्माना वसूला था। वर्ष 2022 में 84 हजार 555 मामलों में चार करोड़ 53 लाख 19, 000 रुपये जुर्माना वसूला गया। वर्ष 2021 में 1,763 दुर्घटनाओं में 472 लोगों की मौत हुई थी और 1,311 लोग घायल हुए थे। वर्ष 2022 में 1,867 दुर्घटनाओं में 562 लोगों की जान गई और 1,280 लोग घायल हुए।
दोपहर तीन से रात 9 बजे के बीच हो रहे हादसे :
रोजना सड़क हादसे हो रहे हैं। दोपहर तीन बजे से रात 9 बजे के बीच प्रदेश में सबसे ज्यादा सड़क दुर्घटनाएं हो रही हैं। वहीीं, सुबह पांच से आठ बजे के बीच अधिक हादसे होते हैं।
रायपुर ट्रैफिक डीएसपी गुरजीत सिंह ने कहा, लोग अपने बच्चों को उनकी आयु के हिसाब से भारी वाहन खरीदवा देते हैं। इस वजह से हादसों को बढ़ावा मिलता है। वाहनों का चयन उम्र के हिसाब से किया जाना चाहिए। 60 वर्ष से अधिक आयु या 18 वर्ष के युवा को अगर भारी वाहन दिया जाएगा तो निश्चित तौर पर हादसे की आशंका अधिक होगी। विभाग इस दिशा में जागररूकता अभियान को बढ़ाएगा। लगातार कार्रवाई भी की जा रही है।
मौत के आंकड़े ऐसे भी समझे :
– गाड़ी चलाने वाले कुल 291 लोगों की मौत हुई है। वहीीं, 826 पुरुष घायल हुए और 32 महिलाएं।
– गाड़ी में पीछे बैठने वालों में 36 पुरुष और 25 महिलाओं की मौत हुई। 147 पुरुष घायल हुए और 91 महिलाएं।
– पैदल यात्री में 81 पुरुष और 17 महिलाओं की मौत हुई। वहीं, 111 पुरुष और 59 महिलाएं घायल हुई हैं।