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अडानीगेट पर कांग्रेस का हल्लाबोल, छत्तीसगढ़ में स्टेट बैंक की शाखाओं के सामने प्रदर्शन

2 years ago
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प्रदर्शनकारियों ने हाथ में मोदी सरकार और अडानी का गठजोड़ बताने वाले पोस्टर ले रखे थे।

रायपुर, 06 फरवरी 2023/  हिंडनबर्ग रिपोर्ट से वित्त बाजार में तबाही जारी है। इस बीच निवेशकों के हित को लेकर कांग्रेस ने केंद्र सरकार और वित्तीय संस्थाओं को घेर लिया है। छत्तीसगढ़ में कांग्रेस ने अडानी मुद्दे पर भारतीय स्टेट बैंक और LIC की मुख्य शाखाओं के सामने प्रदर्शन किया है। रायपुर में प्रदर्शन के दौरान SBI और LIC की तख्ती लगाए प्रदर्शनकारी, गौतम अडानी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के चेहरे का मुखौटा लगाए व्यक्तियों के कदमों में लोटते दिखाए गए।

कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष मोहन मरकाम की अगुवाई में मुख्य प्रदर्शन राजधानी रायपुर के जय स्तंभ चौक स्थित भारतीय स्टेट बैंक-SBI की मुख्य शाखा के बाहर हुआ। इस प्रदर्शन में वरिष्ठ विधायक सत्यनारायण शर्मा, विधायक विकास उपाध्याय, कुलदीप जुनेजा, महापौर एजाज ढेबर, नगर निगम के सभापति प्रमोद दुबे सहित प्रमुख पदाधिकारी और नेता शामिल हुए। प्रदर्शनकारियों ने जय स्तंभ चौराहे पर प्रदर्शन कर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का पुतला जलाया।

उसके बाद सभी नेता बैंक के सामने सड़क पर बैठ गए। इस दौरान वित्तीय संस्थाओं के अडानी-मोदी के चरणों में लोट जाने को नुक्कड़ नाटक के जरिये दिखाया गया। दो प्रदर्शनकारियों ने गौतम अडानी और नरेंद्र मोदी का मुखौटा लगाया। वहीं दो लोग LIC और SBI के नाम की तख्ती गले में लटकाकर बैठ गये। करीब आधे घंटे की नारेबाजी और नुक्कड़ नाटक के बाद प्रदर्शनकारी वापस लौटे। प्रदर्शनकारियों ने हाथ में मोदी सरकार और अडानी का गठजोड़ बताने वाले पोस्टर ले रखे थे।

कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष मोहन मरकाम का कहना था, शेयर बाजार में तेज गिरावट ने मोदी सरकार और कुछ कॉर्पोरेट घरानों के बीच के अवैध गठजोड़ को सार्वजनिक कर दिया है। इतना सब होने के बाद भी सरकार निवेशकों को सुरक्षित रखने के लिए किसी तरह की जांच और कार्रवाई से बच रही है। इसकी वजह से पूरा मध्यम वर्ग चिंतित है। केंद्र सरकार द्वारा अडानी समूह में SBI और LIC जैसे सरकारी वित्तीय-बैंकिंग संस्थानों के बेहद जोखिम भरे निवेश ने LIC के 29 करोड़ पॉलिसी धारकों और SBI के 45 करोड़ खाता धारकों पर प्रतिकूल प्रभाव डाला है। केंद्र सरकार जांच भी नहीं करा रही है और संसद में चर्चा से भी भाग रही है। यह निवेशकों को और अंधेरे में डालने वाली बात होगी।

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