गर्मी के मौसम में शरीर में पानी की कमी से हो सकती हैं गंभीर बीमारियां; इससे कैसे बचें? जानिए सबकुछ
26 मार्च 2022/ गर्मी में आपके शरीर में पानी की कमी कई बार हो जाती है। क्या आपने कभी सोचा है कि आपके शरीर में कितना पानी होता है? शरीर को कितने पानी की जरूरत होती है? या फिर शरीर में पानी की कमी से किन परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है?
आज हम आपको सब बताएंगे… पानी की कमी से होने वाली समस्याएं, उसके उपाय और सावधानियां…
शरीर में कितने पानी की जरूरत होती है?
डॉ. बालकृष्ण श्रीवास्तव बताते हैं हर इंसान के शरीर का वजन अलग-अलग होता है। सबके शरीर में पानी की जरूरत भी अलग-अलग होती है। शरीर के वजन के हिसाब से ही तय किया जाता है कि आपको कितना पानी पीना चाहिए। 20 किलो के वजन के शरीर को 1 लीटर पानी की जरूरत होती है। उस हिसाब से देखें तो 70 किलो वजन के व्यक्ति को 3.5 लीटर पानी पीना चाहिए। 80 किलो के वजन के व्यक्ति को 4 लीटर पानी पीना चाहिए।
शरीर में कितना पानी होता है?
शरीर को स्वस्थ रखने के लिए जितना जरूरी पौष्टिक खाना होता है उतना ही जरूरी साफ पानी पीना होता है। हमारे शरीर में 65 से 70 प्रतिशत पानी होता है। पानी हमारे शरीर की मूलभूत जरूरत ही नहीं, बल्कि शरीर में एनर्जी बनाए रखने में भी मदद करता है। पानी कम हो जाने पर लोग डिहाइड्रेशन का शिकार हो जाते हैं और काफी कमजोर हो जाते हैं।
क्यों होती है शरीर में पानी की कमी?
जब गर्मी तेज होती है तो शरीर को ज्यादा पानी की जरूरत होती। बार-बार पसीना आने से, टॉयलेट जाने से या काम के दौरान पानी कम पीने से शरीर में पानी की कमी हो जाती है। ऐसे में यदि बुखार हो या लूज मोशन आ रहे हो तो शरीर बहुत बुरी तरह डिहाइड्रेट हो जाता है। इन कारणों से शरीर में जब पानी की कमी होने वाली होती है तो इसके लक्षण पहले से पता लगने लगते हैं। ऐसे में कुछ उपाय से शरीर को दुरुस्त रख सकते हैं।
शरीर में पानी की कमी दूर करने के आयुर्वेदिक उपाय
सौंफ के बीज- कई बार डायरिया होने पर शरीर का सारा पानी निकल जाता है, जिससे व्यक्ति डिहाइड्रेशन का शिकार हो जाता है। ऐसे में एक लीटर पानी में सौंफ को मिलाकर घोल बना लें, जिसे दिनभर में दो से चार बार एक-एक कप पिएं। आयुर्वेद के हिसाब से सौंफ की तासीर ठंडी होती है।
तुलसी- आज कल बाजार में तुलसी के तत्व आसानी से मिल जाते है ऐसे में रोजाना एक कप पानी में दो बूंद तुलसी की बूंद डाल कर दिनभर में दो बार पिएं। इससे भी डिहाइड्रेशन में काफी राहत होती है।
गन्ना- गन्ने का रस को हल्के पानी में मिलाकर पतला कर लें। उसके बाद उसे दिन भर में तीन बार पिएं।
गिलोय का रस- गिलोय का रस बाजार में आसानी से मिल जाएगा उसे बराबर मात्रा में पानी में मिलाकर नियमित रूप से एक बार पिएं। गिलोय पाचन क्रिया को दुरुस्त रखता है, साथ ही डिहाइड्रेशन से बचाता है।
कब और कैसे पिएं पानी
जब प्यास लगे तुरंत पानी पिएं
वैसे तो शरीर के लिए पानी बहुत जरूरी होता है कितना भी पी लें कोई दिक्कत नहीं। आप जितना प्यास को रोकेंगे उतना प्यास बढ़ेगी। ऐसे में आप एक समय पर ज्यादा पानी पिएंगे, लेकिन इस स्थिति में शरीर में लिमिट से ज्यादा पानी पी जाते हैं। इससे किडनी को भी जरूरत से ज्यादा काम करना पड़ जाता है और किडनी कमजोर हो सकती है। इसलिए जब प्यास लगे तब पानी पी लेना चाहिए।
पानी को झटके से न पिएं
पानी को जल्दबाजी में न पिएं। घूंट-घूंट करके आराम से पिएं इससे मुंह में मौजूद कुछ एंजाइम जैसे एमाइलेज ज्यादा मात्रा में मिलकर पेट में जाते हैं। इससे पाचन शक्ति में सुधार होता है शरीर दुरुस्त रहता है, इसलिए पानी जब भी पिएं, तसल्ली से पिएं।
इन चीजों को खाने के बाद पानी बिल्कुल न पिएं
भुने चने खाने के तुरंत बाद पानी कभी न पिएं। अगर आप ये गलती करते हैं तो पेट में दर्द हो सकता है। असल में पानी पीने से चना पेट में फूलने लगता है।
अमरूद खाने के बाद पानी नहीं पीना चाहिए। इससे पेट में गैस बन जाती है और पेट में दर्द होने लगता है।
तरबूज और खरबूज खाने के बाद पानी नहीं पीना चाहिए। तरबूज और खरबूज में पानी बहुत होता है, इसलिए और पानी पीने से पेट की बीमारियां बढ़ती है।
चाय या कॉफी पीने के बाद पानी पीने से पेट खराब हो सकता है। पाचन तंत्र धीमा होने से पेट में भारीपन की समस्या हो सकती है।
मूंगफली खाने के बाद पानी नहीं पीना चाहिए। इससे खांसी हो सकती है।
कब, कितना और कैसे पानी पिएं
सुबह उठकर खाली पेट पानी पिएं।
खाना खाने के एक घंटे बाद या पहले पानी पिएं।
एक दिन में 8 से 10 गिलास पानी पिएं।
खड़े होकर पानी नहीं पीना चाहिए इससे जोड़ (JOINTS) कमजोर होती हैं।
शरीर में पानी से जुड़े फैक्ट
शरीर का दो तिहाई भाग पानी का होता है।
2.5 लीटर पानी रोजाना शरीर से निकलता है।
शरीर में जब 10 प्रतिशत पानी कम होता है तब प्यास लगती है।