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विधानसभा अध्यक्ष बोले – सदन की कार्यवाही में अब हर साल बचेंगे 58 पेड़, करीब 10 टन कॉर्बनडाइ ऑक्साइड भी कम होगा
रायपुर, 05 मार्च 2022/ छत्तीसगढ़ विधानसभा का बजट सत्र सात मार्च से शुरू हो रहा है। शुरुआत राज्यपाल अनुसूईया उइके के अभिभाषण से होगी। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल 9 मार्च को साल 2022-23 का वार्षिक बजट पेश करेंगे। विधानसभा अध्यक्ष डॉ. चरणदास महंत ने शनिवार को इसकी जानकारी दी। उन्होंने बताया, सदन की कार्यवाही में अब हर साल 58 पेड़ बचेंगे। वहीं पर्यावरण में करीब 10 टन कॉर्बनडाइ ऑक्साइड का उत्सर्जन भी कम होगा।
डॉ. चरणदास महंत विधानसभा में इस सत्र से शुरू हुई सवाल-जवाब की ऑनलाइन प्रणाली के बारे में बात कर रहे थे। उन्होंने बताया, लेस पेपर प्रणाली के प्रभाव पर उन्होंने IIT खड़गपुर के पर्यावरण विज्ञान और इंजीनियरिंग विभाग से एक अध्ययन कराया है। उसकी प्रारंभिक रिपोर्ट आ गई है। इसके मुताबिक पिछले आठ सालों में विधायकों ने 36 हजार 650 सवाल लगाए हैं। यानी औसतन हर साल 4 हजार 550 सवाल पूछे गए हैं। प्रश्न पूछने से उसका उत्तर आने के प्रत्येक चरण में करीब 100 पेज का उपयोग संभावित है। ऐसे में सालाना चार लाख 55 हजार पेज खर्च होते हैं। अगर यह खर्च रुकता है तो करीब 2.2 टन कागज की बचत होगी। इसकी वजह से हर साल 9.68 टन लकड़ी या 58 पेड़ कटने से बच जाएंगे। कागज बनाने की प्रक्रिया में लगने वाले एक लाख लीटर पानी की बचत होगी। वहीं इतनी बिजली बच जाएगी जितनी 73 घरेलू रेफ्रीजरेटर को एक साल तक चलाने के लिए काफी है। IIT के अध्ययन में बताया गया है, इस पूरी प्रक्रिया से हर साल 9.9 टन कॉर्बनडाइ ऑक्साइड के उत्सर्जन में कमी आएगी। दूसरे पर्यावरणीय प्रभावों की भी बारीक जानकारी इस अध्ययन में दी गई है। विधानसभा अध्यक्ष ने कहा, पहली बार ही 90% सवाल ऑनलाइन ही मिले हैं।
क्या है यह सवाल-जवाब की ऑनलाइन प्रणाली
विधानसभा सत्र की अधिसूचना जारी होने के बाद विधायक, विधानसभा के जरिए विभागों से लिखित सवाल पूछते हैं। इसके लिए एक तय प्रारूप में सवाल लिखकर देने होते हैं। विधानसभा इन प्रश्नों को छांटकर संबंधित विभाग को जवाब के लिए भेजती है। वहां से जवाब आने के बाद इनको छापा जाता है। इस साल से यह प्रक्रिया बदल दी गई है। विधायकों से ऑनलाइन सवाल मंगाए गए। सवाल छांटने के बाद विधानसभा ने ऑनलाइन ही उसे विभागों को भेज दिया। विभाग ने ऑनलाइन ही उसका जवाब भेज दिया।
सात को आ जाएगा अनुपूरक बजट
विधानसभा अध्यक्ष ने बताया, सत्र की शुरुआत राज्यपाल के अभिभाषण से होगी। उसके बाद मुख्यमंत्री भूपेश बघेल साल 2021-22 का तीसरा अनुपूरक बजट रखेंगे। इस अनुपूरक बजट पर चर्चा और पारण 8 मार्च को होगा। 8 मार्च को ही राज्यपाल के अभिभाषण पर चर्चा प्रस्तावित है।
विधानसभा को 10 स्थगन प्रस्ताव मिल चुके
विधानसभा अध्यक्ष डॉ. चरणदास महंत ने बताया, इस बार विधायकों ने एक हजार 682 सवाल पूछे हैं। इनमें से 854 को तारांकित श्रेणी में रखा गया है। 828 सवाल अतारांकित श्रेणी में डाले गए हैं। अब तक ध्यानाकर्षण की 114 सूचनाएं मिल चुकी हैं। 10 प्रस्ताव काम रोककर तुरंत चर्चा की मांग के हैं। वहीं अविलंबनीय लोक महत्व के विषय पर चर्चा की मांग वाली चार सूचनाएं भी विधानसभा सचिवालय पहुंची हैं। विधायकों ने 7 अशासकीय संकल्प की सूचना भी भेजी है।
विधानसभा चुनावों की वजह से छोटा रखा सत्र
बजट सत्र को छोटा रखने से जुड़े एक सवाल पर विधानसभा अध्यक्ष डॉ. चरणदास महंत ने कहा, अधिकतर विधायकों की ड्यूटी विधानसभा चुनावों में लगी थी। इसी वजह से सत्र को छोटा रखा गया है। इससे पहले उन्होंने कहा था, पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव हैं। वहां विधायकों की व्यस्तता की वजह से सत्र फरवरी से शुरू होने की जगह मार्च में होगा। डॉ. महंत ने यह भी फिर दोहराया है कि वे राज्यसभा जाना चाहते हैं। हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि इसके लिए वे दावेदारी नहीं करेंगे।